रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। नर्मदापुरम जिला मुख्यालय के शहरी और ग्रामीण थाना क्षेत्र के अंतर्गत दो माह में चार हत्याएं हो जाती हैं, आम नागरिक दहशत में है और कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है, अराजकता का माहौल बढ़ गया है। मुख्यालय पर खुलेआम जुआ, सट्टा,आईपीएल सट्टा हो रहा है। अपराधियों में पुलिस प्रशासन का भय नहीं रह गया है, प्रतिबंध के बावजूद नर्मदापुरम नगर में खुलेआम अवैध शराब की बिक्री गली गली और सड़क किनारे टपों में हो रही है। नर्मदापुरम, इटारसी एवं ग्रामीण क्षेत्र में अनियंत्रित अवैध शराब की बिक्री, जुआ, सट्टा एवं आईपीएल सट्टा के संचालन से लगातार अपराध हो रहे हैं। आबकारी और पुलिस की जवाबदारी है कि वह अवैध शराब सहित अपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाए। यह बात 21 अप्रैल सोमवार को विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता लेकर कहीं। उन्होंने कहा कि क्राइम कंट्रोल की जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन, सिटी मजिस्ट्रेट की होती है। ऐसे में आम जनता निर्भय हो और आसामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई हो, जिसके लिए अब उन्हें मीडिया के सहयोग की आवश्यकता है। विधायक डॉ. शर्मा ने बताया कि उन्होंने आईजी सहित पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर सख्त प्रशासनिक कार्यवाही के लिए कहा है। जिससे अपराधों पर अंकुश लग सके। विधायक ने कहा कि यह राजनीतिक विषय नहीं है बल्कि समाज से जुड़ा हुआ विषय है। बढ़ते अपराध के पीछे अवैध शराब की बिक्री और अतिक्रमण मुख्य कारण है। उन्होंने कहा कि इटारसी में अपराधों का ग्राफ कम हुआ है लेकिन नर्दापुरम जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ते अपराध चिंता का विषय है। विगत दो माह में नर्मदापुरम नगर और ग्रामीण क्षेत्र में चार हत्याएं हो चुकी हैं। हत्याओं का कारण अवैध शराब की बिक्री है। इसमें संलिप्त नागरिकों के नाम, स्थान सहित जानकारी से पुलिस प्रशासन को त्रैमासिक बैठक सहित अनेक अवसरों पर अवगत कराया गया परंतु खेद का विषय है कोई नियंत्रण नहीं किया गया। नर्मदापुरम के वार्ड 22 में इसी प्रकार की घटना हो सकती है क्योंकि यहां अपराधी प्रवृत्ति की महिला अवैध गतिविधियों में संलग्न है। उसका अतिक्रमण यद्यपि हटा दिया गया किंतु उक्त महिला पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। बरांडुआ और पीलीखंती में जो हत्याएं हुई है, उसके आरोप अवैध शराब बेचने वालों पर है। यह सब जानकारी पुलिस प्रशासन को है किंतु सक्षम कार्रवाई नहीं हो सकी। जिससे इन पर कोई नियंत्रण नहीं हो पा रहा है अतः कानून व्यवस्था के सुद्रण हेतु सख्त प्रशासनिक कार्यवाही हो ताकि आम जनता निर्भय होकर रह सके।