कटनी (21 अप्रैल) – शासकीय प्राथमिक शाला पुरानी बस्ती खिरहनी के निलंबित प्राथमिक शिक्षक लाल नवीन प्रताप सिंह के विरूद्ध बाल श्रम प्रतिषेध और विनियमन अधिनियम की धारा 3 और 14 के तहत रविवार 20 अप्रैल को पुलिस थाना बरही में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव के निर्देश पर प्राथमिक शिक्षक श्री सिंह के विरूद्ध तहसीलदार बरही की अध्यक्षता में गठित चार सदस्यीय जांच दल से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर श्रम निरीक्षक रमाकांत लोधी द्वारा बरही पुलिस थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
जांच दल द्वारा विकासखण्ड बड़वारा स्थित शासकीय प्राथमिक शाला पुरानी बस्ती खिरहनी, में प्राथमिक शिक्षक लाल नवीन प्रताप सिंह पिता श्री लाल उदयराज सिंह की सोशल मीडिया में वायरल वीडियो की तथ्यात्मक जांच की गई। जांच में उल्लेखित है कि कथित वीडियो में दिख रहे शिक्षक श्री लाल नवीन प्रताप सिंह प्राथमिक शिक्षक के पद पर पदस्थ है। वायरल वीडियो में दिख रहे बच्चों को शिक्षक
श्री सिंह द्वारा आहूत किया गया। जिनमें आर्यन पिता संतोष जाति पटवा निवासी कौसाम्बी उत्तरप्रदेश उम्र 14 वर्ष, अभिलेश पिता राजकपूर उम्र 12 वर्ष निवासी खिरहनी, समयकरण पिता शैलेन्द्र कोल उम्र 14 वर्ष, सत्यम पिता गोविंद कोल उम्र 12 वर्ष, अरविन्द पिता सूरज कोल उम्र 12 वर्ष, अखिलेश पिता नीरज उम्र 10 वर्ष, सौरभ पिता उदय उम्र 10 वर्ष सभी नाबालिग है। 12 वर्षीय अरविन्द के पिता सूरज कोल द्वारा बताया गया कि ये समस्त बच्चे माध्यमिक शाला पिपरिया कला एवं प्राथमिक शाला खिरहनी में पढ़ते है। वायरल वीडियो में दिख रहा कोई भी बच्चा शासकीय प्राथमिक शाला पुरानी बस्ती खिरहनी में अध्ययनरत नहीं है।
जांच दल द्वारा बच्चो से पूछने पर बताया गया कि शिक्षक श्री सिंह के खेत में भूसा भरने गये थे, भूसा भरने पर प्रति बच्चे 20 रूपये शिक्षक द्वारा दिये गये। लगभग 2 घंटे काम किया इसके उपरांत शिक्षक श्री सिंह के घर में बैठ कर दिये गये पेय पदार्थ को पिया गया। बच्चो के बताये अनुसार उनको स्प्राइट पिलाई गई थी। शिक्षक लाल नवीन प्रताप सिंह की उपस्थिति स्कूल में संधारित उपस्थिति पंजी में देखी गई। बीते गुरुवार को शिक्षक के हस्ताक्षर पाये गये, किन्तु शिक्षक लाल नवीन प्रताप सिंह दोपहर लगभग 2.00 बजे घर में रहे। प्रधानाध्यापक के कथन अनुसार शिक्षक लाल नवीन प्रताप सिंह द्वारा लगभग 1.30 बजे घर जाने की मौखिक अनुमति मांगी गई थी, जिसके आधार पर शिक्षक घर गये थे। जांच प्रतिवेदन में उल्लेखित है कि वीडियो में दिख रहे बच्चो के अभिभावक एवं प्रधानाध्यापिका के कथन से पुष्टि होती है कि उक्त घटना स्कूल परिसर की नही है
अध्यापक के लिये गये कथन अनुसार घटना शिक्षक लाल नवीन प्रताप सिंह के खिरहनी स्थित निवास की है। शिक्षक श्री सिंह द्वारा अपने कथन में बताया गया कि आस-पास पड़ी हुई शराब की बोतल को बच्चों के द्वारा बीन करके लाया गया। फिर उसी बोतल में बच्चों द्वारा स्प्राइट डाला गया। उक्त बोतल को बच्चों से, मेरे द्वारा लिया जाकर सभी को कप में स्प्राइट दिया गया। एक-एक कप देने के उपरांत स्प्राइट कम हो जाने के कारण पानी डालने के लिये बोला गया। वीडियों में दिख रहे लाल नारंगी पदार्थ को शिक्षक द्वारा पेट्रोल बताया गया। जांच दल ने अपने प्रतिवदेन में बताया कि वायरल वीड़ियों में दिख रहे सभी बच्चे नाबालिक है, घटना विद्यालय परिसर की न होकर शिक्षक के घर की है। वीड़ियों में दिख रहे बच्चे शाला में संधारित बालकांन पंजी में दर्ज नही है। शिक्षक द्वारा स्कूल समय में बगैर लिखित सूचना के अपने कर्तव्य स्थल से अनुपस्थित रहने की पुष्टि जांच में होती है। वायरल वीडियो में जो बोतल शिक्षक के द्वारा हाथ में ली गई है, शिक्षक के कथन अनुसार वह बोतल शराब की है। शिक्षक द्वारा जो पेय पदार्थ बच्चों में वितरित किया गया है वह स्प्राइट है, किन्तु वीड़ियों में कहीं भी स्प्राइट की बोटल नही दिख रही है, अपितु शिक्षक के बताये अनुसार शराब की बोटल में स्प्राइट दिया गया है। उपरोक्त जांच से स्पष्ट है कि शिक्षक द्वारा अपने पदीय कर्तव्यों की अवहेलना की गई है।