लुनिया विनायक ग्रुप ऑफ कंपनी जल्द शुरू करेगा मध्यप्रदेश के 52 जिलों में हेल्थ केयर यूनिट्स
परंपरागत चिकित्सा को बढ़ावा देते हुए नॉन-मेडिकल ट्रीटमेंट व संगीत चिकित्सा पर होगा विशेष फोकस
इंदौर, 07 अप्रैल (एसडी न्यूज एजेंसी)।
लुनिया विनायक ग्रुप ऑफ कंपनी जल्द ही मध्यप्रदेश के 52 जिलों में अपने हेल्थ केयर यूनिट्स की शुरुआत करने जा रहा है। कंपनी नॉन-मेडिकल स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एजुकेशन कम ट्रीटमेंट सेंटर के माध्यम से परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों को प्रोत्साहित करेगी। यह जानकारी कंपनी के निदेशक श्री विशाल जैन ने दी।
श्री जैन ने बताया कि इन यूनिट्स में प्रमुख रूप से नेचुरोपैथी, योग एवं म्यूज़िकल थेरेपी के माध्यम से जटिल से जटिल बीमारियों का इलाज बिना किसी दवा के किया जाएगा। यह ट्रीटमेंट पूरी तरह प्राकृतिक होगा और इसका उद्देश्य रोगियों को मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से राहत पहुंचाना है।
महिलाओं व बालिकाओं के लिए विशेष म्यूज़िकल थेरेपी प्रोग्राम
श्री जैन ने बताया कि कंपनी विशेष रूप से महिलाओं व किशोरियों के लिए एक म्यूज़िक थेरेपी कार्यक्रम पर कार्य कर रही है, जिससे हार्मोनल असंतुलन और उससे जुड़ी समस्याओं को बिना दवा के केवल संगीत के माध्यम से नियंत्रित किया जा सके।
परंपरागत चिकित्सा को मिलेगा प्रोत्साहन
श्री जैन ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा ब्रिक्स देशों में परंपरागत चिकित्सा को बढ़ावा देने के विजन से प्रेरित होकर, लुनिया विनायक ग्रुप पूरी निष्ठा से इस दिशा में कार्य कर रहा है। कंपनी के चेयरपर्सन श्री विनायक जैन कई वर्षों से नॉन-मेडिकल उपचार विधियों को प्रोत्साहित करते आ रहे हैं।
स्वास्थ्य सेवा को हर व्यक्ति तक पहुँचाना लक्ष्य
श्री विनायक जैन का मानना है कि “स्वास्थ्य सेवा सबसे बड़ी सेवा है।” आज के समय में स्वास्थ्य व शिक्षा जैसे क्षेत्रों में कॉर्पोरेट कंपनियों की भागीदारी के कारण इन सेवाओं की लागत आम जनता की पहुंच से बाहर होती जा रही है। इसी सोच के साथ लुनिया विनायक ग्रुप का लक्ष्य है कि बिना दवा के इलाज को हर आम व्यक्ति तक सुलभ कराया जाए।
अप्रैल से शुरू होंगे शिविर
कंपनी अप्रैल माह से ही मध्यप्रदेश के चुने हुए जिलों — इंदौर, भोपाल, जबलपुर व ग्वालियर में नॉन-मेडिकल हेल्थ कैंप एवं प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन शुरू करेगी। इसके पश्चात क्रमशः सभी 52 जिलों में ट्रीटमेंट यूनिट्स की स्थापना की जाएगी।
उद्देश्य – इलाज के साथ रोजगार भी
इन हेल्थ यूनिट्स के माध्यम से न केवल लोगों को वैकल्पिक चिकित्सा उपलब्ध कराई जाएगी, बल्कि स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार से भी जोड़ा जाएगा।