जिला प्रशासन द्वारा शहीद स्मारक गोल बाजार में आज से लगाये गये पुस्तक मेले में बुक बैंक का स्टॉल विद्यार्थियों और अभिभावकों के लिए मददगार सिद्ध हो रहा है। बुक बैंक के इस स्टॉल में विद्यार्थी अपनी पुरानी पुस्तकें दान कर सकते हैं। शिक्षा विभाग द्वारा लगाये गये इस स्टॉल पर विद्यार्थियों को एनसीईआरटी की पहली से पांचवी तक की पुस्तकों का सेट 50 रुपए, कक्षा छठवीं से आठवीं तक की पुस्तकों का सेट 100 रूपए, कक्षा नौवीं एवं दसवीं की पुस्तकों का सेट 150 रुपए तथा कक्षा ग्यारहवीं एवं बारहवीं की पुस्तकों का सेट 200 रूपए में उपलब्ध कराया जा रहा है। विद्यार्थियों द्वारा दी जाने वाली यह राशि जिला रेडक्रॉस सोसायटी के खाते में जमा की जायेगी। बुक बैंक के व्यवस्थित संचालन के लिए सभी विद्यालयों एवं नागरिकों से पुरानी पुस्तकों का संकलन किया जा रहा है। कोई भी व्यक्ति या विद्यार्थी इस स्टॉल पर अपनी पिछली कक्षा या पुरानी किताबें दान कर सकता है।
खरीदी पर मिल रहा डिस्काउंट
रियायती दरों पर किताबें, यूनिफॉर्म एवं अन्य शैक्षणिक सामग्री मुहैया कराने के उद्देश्य से शिक्षण-सत्र आरंभ होने के पहले आयोजित किये गये बारह दिन के इस पुस्तक मेले में पहले दिन अभिभावकों और बच्चों का तांता लगा रहा। इस दौरान गढ़ा गंगानगर निवासी कक्षा ग्यारहवीं के छात्र शुभांश खरे ने बताया कि मेले में प्रतिस्पर्धी दरों पर पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध हैं। साथ ही एक जगह पर किताबों के साथ-साथ यूनिफॉर्म एवं स्कूल बैग की उपलब्धता के बाजार में व्यर्थ होने वाले समय की बचत भी हो रही है। शुभांश ने मेले में जरूरतमंद बच्चों के लिए लगाए गए बुक बैंक के स्टॉल की भी जमकर सराहना की।
पुस्तक मेला में अपने बच्चे के लिए किताबें खरीदने आए रांझी निवास साहब सिंह ने लगातार दूसरे वर्ष पुस्तक मेले का आयोजन को जिला प्रशासन की सराहनीय पहल बताया। उन्होंने कहा कि पहले बाजार में चुनिंदा दुकानों से पाठ्य पुस्तकें खरीदनी पड़ती थी लेकिन यहां एक ही प्रांगण में पुस्तकों के विभिन्न स्टालों की उपलब्धता है। पुस्तक मेला में व्यापारियों के बीच परस्पर प्रतिस्पर्धा होने के कारण अभिभावकों को डिस्काउंट भी अच्छा खासा मिल रहा है।