रिपोर्टर बबलू जयसवाल
दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए ट्रेक्टर ट्रॉलियों पर रेडियम की पट्टीयां अनिवार्य रूप से चिपकवाएं। उक्त निर्देश उज्जैन संभागायुक्त श्री संजय गुप्ता ने आज संभागीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में वर्चुअल रूप से उपस्थित संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर्स एवं पुलिस अधीक्षक को दिये। इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक उज्जैन संभाग डॉ. उमेश जोगा भी उपस्थित थे।
संभागायुक्त श्री गुप्ता ने दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए निर्देश दिये कि उपार्जन केन्द्रों पर एवं मण्डियों में उपज बेचने आए किसानों की ट्रेक्टर ट्रॉलियों पर रेडियम की पट्टियां लगवाने का प्रबंध करें। संभागायुक्त श्री गुप्ता ने कहा कि सड़क के किनारे के खेतों में अक्सर रात्रि के समय किसानों द्वारा खेतों को (नरवाई) जलाया जाता है, इससे सड़कों पर धुआं आने से दुर्घटना की अत्यधिक संभावना बन जाती है। सभी कलेक्टर्स सुनिश्चित करें कि नरवाई जलाने वालों के विरूद्ध तत्काल स्पॉट फाईन लगाएं। पटवारी एवं कोटवार सहित मैदानी अमले को पाबंद करें कि वे नरवाई जलाने की रिपोर्ट तत्काल प्रशासन को दें। संभागायुक्त ने कहा कि किसानों को जागरूक करें कि वे नरवाई नहीं जलाएं बल्कि फसलों के अवशेषों से भूसा बनाएं। जिले में फसल काटने आने वाले हार्वेस्टर्स का पंजीयन अनिवार्य करें। जिन हार्वेस्टर्स के साथ भूसा बनाने की मशीन नहीं हो, उन्हें कार्य करने की अनुमति नहीं दें।
संभागायुक्त ने दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रतिमाह जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठकें आयोजित करने के निर्देश दिये। इन बैठकों में राष्ट्रीय राजमार्ग सहित अन्य सड़क निर्माण से संबंधित विभागों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के लिए निर्देशित करें। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए ब्लेक स्पॉट खत्म करें, सड़कों पर बने गति अवरोधकों को मापदण्ड अनुरूप बनाएं तथा सड़कों की मरम्मत भी कराएं। स्कूलों एवं महाविद्यालयों में सड़क सुरक्षा संबंधी नियमों से विद्यार्थियों को अवगत कराएं। जिन स्थानों पर अकसर दुर्घटनाएं होती हो, वहां दुर्घटना होने का कारण पता करें और रोकथाम के उपाय करें। उन्होंने कहा कि सड़कों के निर्माण में तकनीकी का पूर्ण इस्तेमाल करें। सड़कों पर निकट्स्थ अस्पतालों की जानकारी के साथ ही अन्य मार्ग सूचक साइन बोर्ड लगवाएं। आमजन को सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी देने के लिए जागरूकता शिविर लगाएं। स्कूल बसों में सीसीटीवी कैमरे लगवाएं। ड्राइवर्स के पुलिस वेरीफिकेशन कराएं। जिले के विद्यालयों में चलने वाली बसों के डाटा प्रशासन के पास उपलब्ध रहें।
पुलिस महानिरीक्षक डॉ. जोगा ने कहा कि दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए आमजन को जागरूक करना आवश्यक है। दो पहिया वाहन चालकों को अनिवार्य रूप से हेलमेट लगाने के लिए प्रोत्साहित करें। साथ ही हेलमेट नहीं लगाने वालों के चालान बनाएं। सड़क निर्माण ऐजेंसियां अपने क्षेत्र की सड़कों के गढ्ढे भरें। खराब सड़कों की वजह से दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ती है। सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की जान बचाने के लिए गोल्डन अवर्स गुड सेमेरिटन योजना का व्यापक प्रचार प्रसार कराएं। वाहन चालकों एवं परिचालकों के नेत्रों के परीक्षण के लिए शिविर लगाएं और पुलिस वेरिफिकेशन भी करें।
शाजापुर से वर्चुअल रूप से बैठक में शामिल कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना ने बताया कि विगत वर्ष की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आयी है। बिना फिटनेस अन्य कमियों के साथ चलने वाले वाहनों पर जिला परिवहन अधिकारी द्वारा सतत कार्रवाई की जा रही है। वही स्थानीय यातायात पुलिस के माध्यम से भी नियमानुसार नहीं चलने वाले वाहन चालकों के चालान बनाए जा रहे हैं। जिले के शासकीय सेवकों को दो पहिया वाहन चलाने के दौरान हेलमेट लगाने के लिए पाबंद किया गया है।
पुलिस अधीक्षक श्री यशपाल सिंह राजपूत ने बताया कि अवैधानिक रूप से संचालित वाहनों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। रेडियम पट्टी लगाने के लिए अभियान चलाया जायेगा।
इस अवसर पर शाजापुर से वर्चुअल रूप से बैठक में अपर कलेक्टर श्री बीएस सोलंकी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री टीएस बघेल, नोडल महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. बीएस विभूति, परिवहन अधिकारी श्री राकेश भूरिया, लोक निर्माण कार्यपालन यंत्री श्री एमएस डेहरिया, जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. विवेक दुबे, सीईओ सीसीबी श्री विशेष श्रीवास्तव, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना महाप्रबंधक श्री निलेश तिवारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जादौन, अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण श्री हर्षवर्धन मुवेल, एसडीओ ब्रिज जेडबी मिर्जा, यातायात निरीक्षक श्री सौरभ शर्मा भी उपस्थित थे।