रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। नगर के युवा अमित दीवान आत्महत्या मामले में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी घटना के 19 दिन बाद भी नहीं होने नाराज सर्व हिन्दू समाज द्वारा गुरुवार को मृतक के परिजनों के साथ मीनाक्षी चौराहे पर धरना प्रदर्शन उपरांत सड़क पर चकाजाम किया गया। इस दौरान फरार आरोपियों की खुले मंच से गिरफ्तारी सहित संपत्ति कुर्की की कारवाही के साथ संपत्ति राजसात की मांग भी की गई। धरने में मृतक
अमित दीवान के बुजुर्ग पिता देवनारायण दीवान सहित आशीष दीवान, अजय दीवान एव जीजा रत्नेश दुबे परिवार के सभी सदस्यों के साथ धरना प्रदर्शन में शामिल हुए। इस दौरान आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए गए। धरना प्रदर्शन के दौरान मृतक के भाई ने खुलेतौर पर पूर्व विधायक प्रतिनिधि व भाजपा नेता प्रकाश शिवहरे के विषय पर आरोप लगाए कि नेताओं का संरक्षक होने के कारण कार्यवाही नहीं हो रही है। भाजपा नेत्री और दुर्गा वाहिनी की पूर्व प्रांत संयोजक हिंदू संगठन की पदाधिकारी रह चुकी वंदना दुबे ने मीडिया के सामने सार्वजनिक रूप से नेता पुत्र द्वारा एक आरोपी ऋषि को बचाने का भरपूर प्रयास किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब समाज में सहन नहीं किया जाएगा। जिस पर सर्व समाज में भारी आक्रोश देखने को मिला हैं,अधिकारियों के द्वारा बोला गया कि हमें धरना प्रदर्शन की सूचना नहीं मिली। इससे यह प्रतीत होता है कि राजनेता के संरक्षण में अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है। वही विप्र समाज के मुकेश दुबे, आलोक शर्मा , राजेंद्र उपाध्याय, जयशंकर तिवारी, संजीव मिश्रा एवं पंकज शुक्ला के द्वारा सिटी मजिस्ट्रेट बृजेंद्र रावत से कहा गया कि शहर में यह ब्राह्मण समाज के बच्चे की मृत्य की तीसरी घटना है। शहर में 29 हजार ब्राह्मण रहते है,अगर सर्व समाज के साथ ब्राह्मण समाज के लोग सड़क पर उतर गए तो संभालना मुश्किल होगा। आरोपी इतने रसूखदार है कि घटना के 19 दिन होने को है और मुख्य आरोपी फरार हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तब अतिशीघ्र मुख्यमंत्री से मिलने के लिए प्रतिनिधि मंडल भोपाल रवाना हो रहा है। पुलिस विभाग की जमीन पर सतरास्ता काली मंदिर का सवाल भी उठाया गया कि पुलिस प्रशासन इसका प्रबंधन अपने हाथ में ले। पत्रकार पंकज शुक्ला की शिकायत पर जल्द एक्शन लिया जाए। वही सामाजिक नेता संजीव मिश्रा ने कहा कि पुलिस विभाग को सभी जानकारी अपराधियों की है। सब लोकेशन मालूम है, पर नजर अंदाज करके देख रहे है । उक्त विषय पर शहर के इस आंदोलन में शामिल लोगों ने सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं का खुला समर्थन नहीं मिलने पर नाराजगी जाहिर की है। वहीं सिटी मजिस्ट्रेट बृजेंद्र रावत ने 24 घंटे में कार्यवाही का आश्वासन देकर धरना प्रदर्शन खत्म करवाया और कहा कि आरोपियों की संपत्ति की जांच कर जो अतिक्रमण होगा उसे हटाया जाएगा। इस दौरान मृतक के पिता की तबियत अचानक खराब होने पर तत्काल एंबुलेंस बुलाकर डॉक्टर के पास ले जाया गया। आचार्य सुरेश शर्मा ने आक्रोशित होकर कहा कि इस प्रकार की तानाशाही होगी तो कर्मकांडी ब्राह्मण सड़क पर उतर कर विरोध करेगा। अगर किसी ब्राह्मण पर अब अत्याचार होगा तो आक्रोशित जन आंदोलन शहर में देखने को मिलेगा। सिटी मजिस्ट्रेट सहित शहरी तहसीलदार के आश्वासन के बाद धरना प्रदर्शन स्थगित किया गया। करीब डेढ़ से 2 घंटे तक धरना प्रदर्शन चला । इस दौरान मीनाक्षी चौराहे पर चकाजाम भी किया गया। सिटी कोतवाली टीआई सौरभ पांडे सहित पुलिस बल मौजूद रहा। धरना प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने यातायात को डायवर्ट किया। आंदोलन में अजय वर्मा, अजय अहिरवार, सामाजिक कार्यकर्ता एवं पत्रकार सीमा कैथवास, राहुल गौर, जयशंकर तिवारी, शिवांक रावत, यश शर्मा, हिमांशु परसाई, मनोज सराठे,अतुल तिवारी, पितांबर जोशी, शैलेंद्र दुबे, बेनी मीना,भूपेंद्र कहार, शैलेन्द्र तिवारी, संजय उपाध्याय, रामगोपाल चौबे, आशीष तिवारी, रूपेश सोनी, रोहित शर्मा, राजेश पाराशर, संदीप शर्मा, संजीव शर्मा, गव्वार सराठे सहित बड़ी संख्या में सभी हिन्दू समाज के लोगों ने समर्थन दिया।