विदिशा जिला ब्यूरो मुकेश चतुर्वेदी
*गंजबासौदा।* चक्रवर्ती भगवान रामराजा के विवाह महोत्सव की शुरुआत शनिवार को लगुन के साथ हो गई। राम जी की लग्न पत्रिका को गाजे बाजे के साथ सावरकर चौक स्थित हनुमान जी को सौंपी गई जहां चल समारोह के रूप में सदर बाजार स्थित सिद्धेश्वर शिव मंदिर पहुंची। पूजा अर्चन के बाद लगुन पड़ी गई। 6 दिसंबर को नगर में धूमधाम से दोपहर 12 बजे चक्रवर्ती भगवान श्री राम जी के विवाह की भव्य बारात निकालकर विवाह महोत्सव मनाया जाएगा। 28 नवंबर को सीता जी की गोद भराई की रस्म होगी।
मालूम हो कि नगर में श्री रामरस धारा परिवार की ओर से पहली बार चक्रवर्ती श्री राम बारात महोत्सव का आयोजन धूमधाम से किया जा रहा है जिसकी शुरुआत शनिवार को राम जी की लगुन और मटियाने से हुई। जनक जी की भूमिका में वधु पक्ष की ओर से राजकुमार नेमा के निवास से लग्न पत्रिका गाजेबाजे और अन्य सामग्री के साथ चल समारोह के रूप में सावरकर चौक स्थित हनुमान मंदिर पहुंची। जनक पक्ष की ओर से लग्न पत्रिका को हनुमान जी को सौंपी गई जहां ढोल और पटाखों के बीच वधू पक्ष के लोग लग्न पत्रिका को लेकर सदर बाजार स्थित शिव मंदिर पहुंचे चल समारोह में जहां महिलाएं मंगल गीत गाते हुए चल रही थीं,वहीं पुरुष वर्ग आनंद से नाच रहे थे। शिव मंदिर में लग्न पत्रिका का वाचन पंडित आशीष गोस्वामी ने करते हुए राम जी की बारात सहित की जाने वाली अन्य वैवाहिक गतिविधियों की सभी तिथियां को पढ़कर सुनाया। श्री रामरस धारा परिवार के संस्थापक पंडित अंकुर माधव महाराज ने बताया कि भगवान सीताराम जी का विवाह संस्कार एक उत्सव है। हमें विवाह की परंपरा सीताराम जी के विवाह से ही मिली है। 28 नवंबर को दशरथ की भूमिका में वर पक्ष की ओर से ओमप्रकाश नेमा सीता जी की गोद भरने के लिए जाएंगे। लग्न पत्रिका के बाद महिलाएं मटियाने के लिए गांधी चौक स्थित कांच मंदिर पहुंची जहां जहां डलियों में मिट्टी भरकर भजन गाते हुए वैवाहिक परंपराओं का निर्वहन किया।