महापर्व छठ व्रत की महिमा अब विदेशों में भी गूंजने लगी है. यह त्योहार सूर्य देव और छठी मैया की पूजा को समर्पित है, जिसमें व्रत करने वाले लोग अपने बच्चों और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए कठिन तपस्या करते हैं. वैसे तो यह त्योहार भारत भूमि से जुड़ा हुआ है, लेकिन खासकर बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड में लोग इस त्योहार को बहुत धूमधाम से मनाते हैं. लेकिन एनआरआई का विश्वास उन्हें दुनिया के अलग-अलग कोनों तक ले गया.
भारत की तरह नेपाल में भी इस त्यौहार का विशेष महत्व है. नेपाल में भी छठ पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. खासकर तराई क्षेत्र के लोगों और मधेसी समुदाय के बीच यह प्रसिद्ध है. श्रद्धालु घाट पर एकत्र होकर सूर्य को अर्घ्य देते हैं.
मॉरीशस में भारतीय मूल के लोगों का एक बड़ा समुदाय है, जिनमें से अधिकांश बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रवासी हैं. मॉरीशस में छठ पूजा बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है. इस अवसर पर महिलाएं व्रत रखती हैं और जलाशयों में सूर्य देव की पूजा करती हैं. मॉरीशस की छठ पूजा में भारतीय परंपरा और संस्कृति का रंग पूरी तरह से देखने को मिलता है. ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में भारतीय प्रवासियों की संख्या बढ़ गई है, जिसके कारण यहां भी छठ पूजा का आयोजन किया
ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में भारतीय प्रवासियों की संख्या बढ़ गई है, जिसके कारण यहां भी छठ पूजा का आयोजन किया गया है. भारतीय समुदाय के लोग मेलबर्न के विभिन्न घाटों पर एकत्रित होते हैं और पूरी श्रद्धा के साथ सूर्य की पूजा करते हैं. यहां स्थानीय समुदाय के सहयोग से छठ पूजा का आयोजन किया जाता है, जो वहां के लोगों की भारतीय संस्कृति के प्रति आस्था को दर्शाता है.