एक महिला प्रोफेसर को एक अनजान नंबर से कॉल आया. कॉल करने वाले ने अपनी पहचान दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी के रूप में दी. इसके बाद उसने कहा, आपके आधार कार्ड से एक अकाउंट खोला गया है, जिसमें मिलियन डॉलर डाला गया है. खाते के जरिए मनी लॉन्डरिंग की जा रही
इतना ही ठग ने ये भी कहा कि उसी आधार कार्ड से एक सिम भी लिया गया है. जिसका उपयोग ड्रग सप्लाई करने के लिए किया जा रहा है. जिसको लेकर आपके नाम पर केस दर्ज किया गया है. इसके बाद ठग ने बड़े अधिकारी से बात करवाने की बात कहकर कॉल अपने सहयोगी को ट्रांसफर कर दिया. इस दौरान उसने कहा, आपको थाने बयान दर्ज कराने आना होगा. जब रिटायर्ड प्रोफेसर ने आने से मना किया तो जेल भेजने की धमकी दी.
इस दौरान ठग ने एक तस्कर को गिरफ्तार करने की बात कहते हुए 2 दिन तक किसी से भी फोन पर बात न करने की हिदायत दी. उसने कहा आपके सभी मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगे हैं. अगर किसी से बात करेंगी तो दिल्ली पुलिस टीम को पता चल जाएगा और आपकी तत्काल गिरफ्तारी की जाएगी.
उसके बाद ठगों ने बैंक खातों की डिटेल ली और कहा कि बताए जा रहे बैंक अकांउटों में सारे पैसे ट्रांसफर करिए. जब जांच पूरी हो जाएगी पैसा आपको वापस दे दिया जाएगा. उसके बाद रिटायर्ड प्रोफेसर ने 54 लाख 61 हजार रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांंसफर कर दिया. घटना के बाद एक कॉल के जरिए उनको जानकारी दी गई कि आपके साथ साइबर फ्रॉड हो गया है. मामले की शिकायत पुलिस से करें. इसके बाद उन्होंने मामले की जानकारी साइबर थाने पहुंचकर दी.