नर्मदापुरम सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। नगर में शनिवार रविवार दरमियानी रात हुई भारी बारिश से बाजार क्षेत्र सहित नगर की कई कालोनियों में पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से जल भराव की गंभीर स्थिति निर्मित हो गई थी। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष नीतू महेंद्र यादव सहित नपा विधायक प्रतिनिधि महेंद्र यादव का वार्ड भी जल भराव की चपेट में आने से रहवासियों को भारी संकट का सामना करना पड़ा। जिसके बाद से नागरिकों सहित व्यापारियों में नगर पालिका की कार्यशैली को लेकर भारी आक्रोश है। बाजार क्षेत्र इंदिरा चौक, न्यू जयस्तम चौक, हलवाई चौक,रविशंकर मार्केट, दशहरा मैदान जैसे शहर के प्रमुख स्थलों में भी इस बार पहली ही बारिश में जल भराव से हालात खराब हो गए। आधी रात से जोरो की बारिश के चलते यहां के व्यापारियों के प्रतिष्ठानों में पानी घुस जाने से उनको हजारों रुपए का नुकसान सहित आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ा। वहीं नगर पालिका सीएमओ के निर्देशन में निरंतर जारी नाले नालियों की सफाई अभियान की कलई भी इस बारिश ने खोल दी। रविवार को बाजार क्षेत्र में जल भराव से गंभीर स्थिति उत्पन्न होने सहित व्यापारियों को भारी नुकसान होने के बावजूद नगर पालिका प्रशासन सहित परिषद अध्यक्ष द्वारा कोई ध्यान नहीं दिए जाने पर आक्रोशित व्यापारियों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट की जनसुनवाई में जल भराव समस्या से हुए नुकसान सहित समाधान के लिए बड़ी संख्या में पहुंचे और समस्या से अवगत कराया। इसके बाद एडीएम देवेंद्र सिंह के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट अश्विन राम चिरामन, शहरी तहसीलदार देवशंकर धुर्वे और सीएमओ हेमेश्वरी पटले नगर पालिका अमले सहित इंदिरा चौक से नाले नालियों के जाम होने सहित अतिक्रमण की स्थिति और व्यापारियों की समस्याओं को सुनने के लिए पहुंचे। इस दौरान जब अधिकारी रामलीला मैदान पर पहुंचे तो एक व्यापारी ने कहा कि हमारी दुकान में पानी भर गया है, भारी नुकसान हो रहा है, जिस पर सीएमओ पटले ने कहा कि दुकान बंद कर दो। इसके बाद व्यापारी बोले कि नगरपालिका जो स्टेडियम बनवा रही है उसकी दीवार से जल भराव हो रहा है। इस पर सीएमओ ने बोला क्या मैदान के अंदर से नाला बनवा दूं? बहस करोगे तो आपकी समस्या का समाधान नहीं होगा। तब व्यापारियों ने कहा कि समाधान नहीं हो रहा है तो हमें लिखित में दे दो, हम कल से पूरा बाजार बंद कर देंगे। इसरा
न सीएमओ ने व्यापारियों पर ही अव्यवस्था फैलाने का आरोप लगा दिया। नालियों में पन्नी फेंकने से चोक हो रही है जिसके लिए व्यापारियों की जवाबदारी हैं। जिस पर व्यापारी बोले कि जल भराव से हमारा लाखों का नुकसान हुआ है। इस बीच विवाद बढ़ने पर सिटी मजिस्ट्रेट अश्विन राम चिरामन ने स्थिति को संभाला। इसके बाद नाराज व्यापारियों ने सीएमओ हेमेश्वरी पटले के व्यवहार से क्षुब्ध होकर सीएमओ वापस जाओ और सीएमओ हटाओ के नारे लगाए। इस दौरान सीएमओ और किराना व्यापारी संघ महासचिव नितेश खंडेलवाल के बीच तीखी नोंकझोक भी हुई। जिन्होंने जय स्तंभ पर होने वाले जल भराव से हुए नुकसान का मुआवजा और रामलीला मैदान में बना रहे स्टेडियम की जांच की मांग भी की और यह भी आरोप लगाया कि रामलीला मैदान पर जो स्टेडियम बनाया जा रहा है, वह स्वीकृत डिजाइन से अलग बन रहा है, इससे जल भराव और बढ़ेगा। वही सिटी मजिस्ट्रेट अश्विन राम चिरामन ने व्यवस्था सुधार के लिए दशहरा मैदान में फिलहाल साइड से एक अस्थाई नाली निर्माण कर मुख्य नाले की तरफ बनवाने के निर्देश नगर पालिका को दिए । दूसरी तरफ व्यापारियों ने पहली बारिश में जल भराव से हुए नुकसान पर नगर पालिका अध्यक्ष सहित सीएमओ के नाम आवेदन देकर उनके नुकसान की भरपाई सहित बाजार क्षेत्र में जल भराव से निजात की गुहार लगाई है। इस दौरान लोगों में इस बात को लेकर भी भारी आक्रोश देखा गया कि वर्तमान पिंक परिषद को बने हुए करीब दो वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। उसके बावजूद शहर की इस गंभीर समस्या का समाधान नहीं किया जा सका है जबकि करोड़ों रुपए नाला निर्माण के लिए भी नगर पालिका को मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए हैं। जिसकी घोषणा मुख्यमंत्री द्वारा नर्मदा जयंती महोत्सव के दौरान नर्मदा के जल मंच से की गई थी। वही नगर पालिका प्रशासन पर यह भी आरोप लग रहे हैं कि उनके द्वारा बाजार क्षेत्र में साफ सफाई ढंग से नहीं किए जाने के कारण जल भराव का सामना व्यापारियों को करना पड़ रहा है। दूसरी तरफ नगर पालिका सीएमओ द्वारा बाजार क्षेत्र में सभी नालों को बेहतर ढंग से सफाई के निर्देश दिए गए हैं। बड़ी संख्या में अतिक्रमण संबंधी नोटिस भी जारी किए गए हैं परंतु उस पर अमल नहीं किया जा सका है।फिलहाल जल भराव को लेकर नगर पालिका प्रशासन और व्यापारी आमने-सामने हैं।