रिपोर्टर सीमा कैथवास
आपदा प्रबंधन के लिए पुनर्वास केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध रहे
सुशासन के संबंध में शासन के निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करे सभी विभाग – कलेक्टर
समय सीमा बैठक आयोजित
बुधवार को कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर सोनिया मीना की अध्यक्षता में समय सीमा की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कलेक्टर द्वारा जनसुनवाई, सीएम हेल्पलाइन, आदि विषयों पर विस्तार से समीक्षा की।
कलेक्टर ने सभी तहसीलदारों को निर्देशित किया है कि अपनी अपनी तहसील कार्यालय में जनसुनवाई के संबंध में सूचना चस्पा करवाए तथा ब्लॉक लेवल पर भी जनसुनवाई चालू करें जिससे लोगों को अनावश्यक जिला मुख्यालय आकर परेशान ना होना पड़े। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि शिकायतों के निराकरण में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए। उन्होंने 6 माह से अधिक पुरानी जनसुनवाई के लंबित प्रक्रणो के लिए सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि आगामी तीन दिवसों में ऐसी समस्त शिकायतों को निराकरण कर बंद किया जाए। अगली समय सीमा की बैठक में समीक्षा करने पर अगर ऐसी शिकायतें लंबित पाई जाती है तो संबंधित विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
सीएम हेल्पलाइन के द्वारा प्राप्त शिकायतों की भी विस्तार पूर्वक समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने 50 दिवसों से अधिक लंबित शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निराकरात करें। उन्होंने राजस्व विभाग की लंबित शिकायतों के संबंध में समस्त तहसीलदारों को निर्देशित किया है कि समीक्षा के दौरान जानकारी प्रस्तुत करने में किसी भी प्रकार के बहाने न दिए जाएं। बार-बार हिदायत देने के बाद भी जो अधिकारी कार्य नहीं करेंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी। उन्होंने सीएम हेल्पलाइन में खराब प्रदर्शन के लिए पी एच ई, महिला एवं बाल विकास, संस्थागत वित्त, सामाजिक न्याय स्वास्थ श्रम शिक्षा सहकारिता आदि विभागों को निर्देशित किया है कि हेल्पलाइन पोर्टल पर अपने प्रदर्शन सुधार पर विशेष ध्यान दें। कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन में जिले की रैंकिंग पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि किसी भी विभाग के लचर प्रदर्शन का असर संपूर्ण जिले की रैंकिंग पर पड़ता है प्रयास करें अपने कार्य में उत्कृष्टता लाए एवं एक्टिव मोड पर कार्य करें। कलेक्टर ने राजस्व, सहकारिता, महिला एवं बाल विकास विभागों पर शिकायतो के निराकरण में देरी के लिए एवं खराब प्रदर्शन पर नाराजगी व्यक्त की।
कलेक्टर सुश्री मीना ने 500 दिन से ऊपर की शिकायतो के त्वरित निराकरण के निर्देश दिए। समग्र आईडी में आ रही टेक्निकल प्रॉब्लम के संबंध मैं उन्होंने सभी सीईओ एवं सीएमओ को निर्देश दिए हैं कि शिकायतो का निराकरण करे। शिकायतकर्ता से बात कर के समाधान निकले। उन्होंने जिला पंचायत सीईओ को उक्त समस्या की सतत मॉनिटरिंग करने के लिए भी निर्देशित किया।
कलेक्टर ने गौशालाओं के संचालन की भी समीक्षा की। उन्होंने जिले में संचालित शासकीय एवं अशासकीय गौशालाओं की वर्तमान स्थिति के संबंध में जानकारी ली तथा आगामी समय में कितनी और गौशालाएं संचालित की जाना बाकी है इसके संबंध में भी वस्तुस्थिति स्पष्ट की। उन्होंने सभी सीएमओ एवं जनपद सीईओ से निराश्रित पशुओं के लिए किए जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी प्रस्तुत करने के लिए कहा। किए जा रहे कार्यों पर असंतोष व्यक्त करते हुए कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि शासकीय एवं अशासकीय गौशालाओं के अतिरिक्त प्राइवेट संस्थानों एन जी ओ अथवा अन्य जगहों को चिन्हित कर वहां पर अस्थाई व्यवस्था करें जिससे कि गोवंश सड़कों पर न जाए। उन्होंने निर्देशित किया है कि ऐसे समस्त पशुपालकों जिनके पशु सड़को पर पर जाते है उन पर पेनल्टी भी लगाए। उन्होंने सभी सी ई ओ एवं सीएमओ को निर्देशित किया है कि इस दिशा में विशेष प्रयास किए जाएं तथा जिम्मेदारी के साथ सभी कार्य करें। इसके लिए सभी अनुविभागीय अधिकारी अपने अपने अनुविभाग के अंतर्गत सभी सीईओ एवं सीएमओ से चर्चा कर के समाधान निकालें।
कलेक्टर ने जल गंगा संवर्धन अभियान एवं रूफ वॉटर हार्वेस्टिंग के संबंध में भी सीईओ एवं सीएमओ को निर्देशित किया है कि लक्ष्य तय करके कार्य करें। जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत चिन्हित जल संरचनाओं के पुनरुत्थान की कार्य प्रगति की भी समीक्षा की। कलेक्टर ने सभी विभागों को निर्देशित किया है कि वृक्षारोपण अभियान का ब्याज व्यापक प्रचार प्रसार करें निजी एवं स्कूली संस्थाओं को, बच्चों को, समाज सेवीयो एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से भी वृक्षारोपण करवाए। उन्होंने समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अगली समय सीमा बैठक के दौरान जल गंगा संवर्धन अभियान,वृक्षारोपण एवं रूफ वाटर हार्वेस्टिंग के संबंध में फोटो एवं आंकड़ों के साथ कार्य प्रगति पर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट असवान राम चिरामन को उक्त कार्य की सतत रूप से मॉनिटरिंग करने के लिए निर्देशित किया।
कलेक्टर ने उपार्जन के संबध में मिल रही शिकायतों के निराकरण के लिए एसडीएम को इस संबध में सतत सुपरविजन एवं मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए साथ ही रकबा सत्यापन का कार्य भी बारीकी से करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने उर्वरक वितरण का कार्य भी सुनियोजित ढंग से करने के स्पष्ट निर्देश दिए।
कलेक्टर ने शासन द्वारा जारी सुशासन के संबंध में निर्देशों का कड़ाई से पालन करवाने के लिए समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया साथ ही अपने अधीनस्थ कार्यालय में एवं कर्मचारियों को भी उक्त निर्देश का पालन करवाए जाना सुनिश्चित कअर्ने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने कहा है कि सभी कार्यालय एक पंजी संधारित करें जिसमें आने वाले लोगों की जानकारी, उनकी समस्या एवं अन्य समस्याओं की जानकारी रखी जाए।
बैठक में जिला पंचायत सी ई ओ एस एस रावत, डिप्टी कलेक्टर डॉ बबीता राठौर, सिटी मजिस्ट्रेट असवन राम चिरामन, एवं जिले के अधिकारी उपस्थित रहे।