कटनी – कलेक्टर श्री अवि प्रसाद ने बुधवार को कुठला स्थित मध्य प्रदेश विपणन संघ के उर्वरक डबल लाक केन्द्र और समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग व उड़द उपार्जन केन्द्र सी डब्ल्यू सी वेयरहाउस का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उपसंचालक कृषि रजनी सिंह चौहान और जिला विपणन अधिकारी अमित तिवारी मौजूद रहे।
कलेक्टर श्री प्रसाद को डबल लॉक कटनी के औचक निरीक्षण के दौरान केंद्र में 2 हजार 450 मीट्रिक टन यूरिया 227 मीट्रिक टन 20ः20ः0ः13 एवं अन्य उर्वरक का भंडार पाया गया । साथ ही गोदाम प्रभारी से चर्चा की गई गोदाम प्रभारी द्वारा 600 बोतल नैनो डी ए पी के विक्रय की भी जानकारी दी गईं। उपसंचालक कृषि ने बताया कि इसके अतिरिक्त जिले के अन्य संस्थानों डीएपी 1044 मैट्रिक टन, यूरिया 7566 मैट्रिक टन, एसएसपी 3972 मैट्रिक टन एवं एनपीके 938 मैट्रिक टन का भण्डारण है। गतवर्ष जिले में नैनो यूरिया की 12000 बॉटल का जिले में विक्रय किया गया। इस वर्ष जिले में नैनों यूरिया के साथ नैनों डी.ए.पी का भी भंण्डारण किया गया है। इस वर्ष जिलें में नैनों डी.ए.पी की 600 बॉटल नैनो डीएपी का विक्रय किया जा चुका है। कृषकों में नैनो उर्वरकों के प्रति जागरूकता आई है। जिले में कृषकों भाईयों की मांग अनुरूप नैनो डीएपी एवं नैनो यूरिया का पर्याप्त मात्रा में भण्डारण है। परम्परागत डीएपी की एक बोरी 1350 रुपये में मिलती है जबकि नैनो डीएपी की एक बॉटल 600 रुपये में उपलब्ध है, नैनो डीएपी की एक बॉटल एक बोरी डीएपी के बराबर कार्य करती है।
परम्परागत डीएपी के प्रयोग के स्थान पर नैनो डीएपी का प्रयोग कर कृषक अधिक उत्पादन के साथ आय में वृद्धि कर अपनी लागत में कमी कर सकते है। किसानों को कलेक्टर ने बताया कि कृषि में नये आविष्कार के रूप में आये नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी का उपयोग आवश्यक रूप से करें।
कलेक्टर को उपसंचालक कृषि ने बताया कि किसान भाइयों की मांग के अनुरूप पर्याप्त उर्वरकों की उपलब्धता है ।
कलेक्टर ने समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग व उड़द उपार्जन केन्द्र का भी निरीक्षण किया और खरीदी केंद्र प्रभारी सुरेन्द्र शुक्ला को निर्देशित किया कि किसानों से एफ ए क्यू श्रेणी का मूंग व उड़द ही उपार्जित किया जाना चाहिए। बताया गया कि अभी तक करीब एक क्विंटल मूंग की खरीदी हो चुकी है। कलेक्टर ने यहां पहुंचे किसानों से चर्चा की और खेती -किसानी के संबंध में बात की। उन्होंने किसानों से खरीफ़ सीज़न में उर्वरक मिलने की जानकारी ली, इस पर किसानों ने कहा कि उन्हें पर्याप्त उर्वरक मिल रहा है। सोसायटी और विपणन केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध भी है। लेकिन कुछ किसानों को लगता है कि कहीं खाद खतम न हो जाए इसलिए अचानक भीड़ बढ़ने की समस्या हो जाती है। इस पर कलेक्टर ने किसान भाईयों से कहा कि जिले में पर्याप्त और भरपूर उर्वरक की उपलब्धता है। चिंता न करें सभी किसानों को उनकी मांग के अनुरूप उर्वरक उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि जल्दी ही उर्वरक का और भी रैक शीघ्र आने वाली है।