रिपोर्टर राजेंद्र चौरसिया
ढीमरखेड़ा के सगवां और लालपुर गांव के बीच लाखों रुपये की लागत से बना पुल बीते साल बारिश के तेज बहाव में बह गया।एक साल का समय बीत जाने के बाद पुल की मरम्मत कराई गई न ही नवीन पुल का निर्माण शुरू कराया गया। ऐसे में क्षेत्र के ग्रामीणों को आवागमन में सालभर से खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि
उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से पुल बनवाने की भी मांग किया, लेकिन सालभर में कुछ नजर नहीं आया। पुल के निर्माण न होने से सिलौंडी क्षेत्र के दर्जनों गांवों का आवागमन प्रभावित हो गया है। अब बारिश के दिनों में ज्यादा दिक्कत होंगी।
दरअसल,ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र के सगवां और लालपुर गांव के बीच लभेर नदी में लाखों रुपये की लागत से सालों पहले लोक निर्माण विभाग के द्वारा पुल का निर्माण कराया गया था। साल 2023 की बरसात के महीने में तेज बारिश के कारण पुल ढह गया। पुल के समीप की मिट्टी भी धसकने लगी। दो भागों में कटे पुल का आकार साल भर में बढ़ गया। पुल के ढह जाने के बाद ग्रामीणों को आवागमन बाधित हो गया। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक परेशान है। वाहनों का आवागमन भी बंद है।
जान जोखिम में डालकर नदी पार करते है स्कूली बच्चे:- सगवां और लालपुर के बीच लभेर नदी के पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद ग्रामीणों को दूसरे रास्ते से सफर करना पड़ता है। वहीं स्कूली बच्चों को भी स्कूल जाने में जान जोखिम में डालकर नदी पार कर जाना पड़ता है। गांव के कुछ लोग भी नदी से होकर आवागमन करते है। ग्रामीणों ने बताया कि बीते साल की बारिश में पुल ढह गया। गर्मी और ठंड का मौसम गुजर गया। अब बारिश शुरू होने से ग्रामीणों का आना जाना मुश्किल भरा हो जाएगा। स्कूली बच्चों को ज्यादा दिक्कत होती है। ये बच्चे लभेर नदी में बह रहे पानी के बीच से होकर निकलते हैं। ऐसे में कभी भी कोई हादसा हो सकता है। चूंकि पुल के दोंनो तरफ मिट्टी धसकती है।नदी में बारिश का ज्यादा पानी आने पर भी खतरा हो सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि इस मार्ग पैदल निकलना भी मुश्किल हो गया है। दो-चार पहिया या अन्य बड़े वाहन भी दूसरे रास्ते से होकर जाते है। जिससे कि ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ती है।
इनका कहना है:- सगवां पुल के ढह जाने के बाद ग्रामीणों का आवागमन बाधित हो रहा है। नवीन पुल के निर्माण के लिए एस्टीमेट तैयार कर विभाग से शासन स्तर पर भेजा गया है। अब तक स्वीकृति नहीं मिली है।शासन से स्वीकृति मिलते ही सेतू के द्वारा पुल का निर्माण कार्य कराया जाएगा।:- जीसी राय,उपयंत्री लोक निर्माण विभाग
रिपोर्टर राजेंद्र कुमार चौरसिया धीमरखेडा कटनी