दरअसल, इंदौर के युगपुरुष आश्रम में अचानक सुबह से बच्चों को उल्टी दस्त की शिकायत सामने आई थी। जिसके बाद आश्रम संचालिका ने 12 बच्चों को उपचार के लिए चाचा नेहरू अस्पताल भिजवा दिया था। इसके बाद इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने इस पूरे मामले में संज्ञान लेने के बाद जांच करने के आदेश दिए। इस पूरे मामले में अब तक पांच बच्चों की मौत की पुष्टि हुई है।
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि 30 तारीख को एक बच्चे की मौत हो गई थी, लेकिन उसकी मौत किसी अन्य वजह से हुई थी। दो बच्चों की कल मौत हुई और दो बच्चों की आज मौत हुई है। इसके साथ ही 30 बच्चे फिलहाल इलाज जारी है। इसमें से तीन बच्चों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। चाइल्ड स्पेशलिस्ट की टीम चाचा नेहरू अस्पताल में लगाई गई है। इसके साथ ही आश्रम में भी एक डॉक्टर की टीम तैनात की गई है। रात में किसी प्रकार की इमरजेंसी के लिए माय अस्पताल के चेस्ट वार्ड में पहले से ही डॉक्टरों ने व्यवस्था की है।
प्रदेश के मुखिया डॉ मोहन यादव ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर लिखा- इंदौर के अनाथ आश्रम के 4 मासूम बच्चों के असामयिक निधन का समाचार ह्रदय विदारक है। मैं बाबा महाकाल से दिवंगत बच्चों की आत्मा को शांति प्रदान करने तथा गंभीर रूप से बीमार सभी बच्चों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ। इस दुखद घटना की जाँच के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है तथा मल्हारगंज एसडीएम को उनके असंवेदनशील व्यवहार के लिए पद से हटा दिया गया है।। ॐ शांति ।।
वहीं इस मामले में अब कांग्रेस राजनीति करते हुए नजर आ रही है। कांग्रेस के शहर अध्यक्ष सुरजीत चढ़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि हो सकता है कि ड्रग ट्रायल किया गया हो। बच्चों को अलग-अलग प्रकार की दवाइयां दी जाती हैं। बच्चे मानसिक विकसित है, वह कुछ भी कह नहीं सकते हैं, समझ नहीं सकते हैं। इसलिए उनके साथ क्या हो रहा है यह किसी को पता नहीं है, लेकिन मामले की उच्च स्तरीय केंद्र एजेंसी को जांच करनी चाहिए। इसे विधानसभा में भी पूरी ताकत के साथ उठाएंगे और मामले की गंभीरता से जांच करवाएंगे।