रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। समेरिटंस स्कूल के शिक्षा और संस्कार पाकर जीवन के क्षेत्र में सफलता के साथ ही यश पान वाले विद्यार्थियों की सूची दिनों दिन लंबी होती जा रही है। हाल ही में रूस में आयोजित चिल्ड्रन एशियन गेम्स में समेरिटंस की होनहार और प्रतिभाशाली छात्रा चारू चिचाम का चयन हुआ है। वह रूस में आयोजित इस विश्वस्तरीय प्रतियोगिता में कुराश खेल में देश में प्रतिनिधित्व कर रही है। यह प्रतियोगिता 27 जून से 8 जुलाई तक चलेगी। इस प्रतियोगिता के लिए चुनी जाने वाली वह प्रदेश की एकमात्र खिलाड़ी है। यह न केवल समेरिटंस के लिए अपितु समूचे जिले और प्रदेश के लिए गौरव की बात है। चारू की कोच और समेरिटंस की कुराश खेल की प्रशिक्षक वैशाली तिवारी ने बताया कि चारू का चयन 44 किलो वर्ग में हुआ है। इसके पहले चारू कई नेशनल पदक प्राप्त कर चुकी है। साथ ही उत्कृष्ट खेल के लिए उसे शासन द्वारा छात्रवृत्ति भी मिल चुकी है। वैशाली ने बताया कि चारू अभी कक्षा नवमीं की छात्रा है। इसके पहले वह वर्ष 2023 में नेशनल में रजत पदक, सीबीएसई वेस्ट जोन में रजत पदक और सब जूनियर प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत चुकी है। उसने अभी तक 30 राज्य स्तरीय पदक जीते हैं। साथ ही नेशनल स्तर की 20 प्रतियोगिताओं में पदक हासिल किए हैं। संघर्ष से मिली प्रेरणा
स्कूल की प्राचार्य श्रीमती प्रेरणा रावत बताती हैं कि चारू बेहद सामान्य परिवार से आती हैं। उसके पिता मुकेश चिचाम और मां हेमपुष्पा ने विषम परिस्थितियों में चारू का लालन-पालन किया। चारू बचपन से ही प्रतिभाशाली है। उन्होंने अपनी साधारण परिस्थिति के बाद भी उसे पढ़ने और खेलने के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराईं। उसने भी अपनी लगन और मेहनत से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उसकी जीवन यात्रा अन्य बालिकाओं के लिए भी प्रेरणा बन चुकी है। श्रीमती रावत ने बताया कि इसके अलावा समेरिटंस की ऋषिका राजपूत, पलक सिंह बैस, लक्ष्य सिंह राठौर भी कुराश खेल के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं। यही नहीं अन्य खेलों में विद्यालय के विद्यार्थी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। इसी साल विद्यालय के एक विद्यार्थी विधान दुबे का चयन कूच बिहार ट्राफी में हुआ था। वहां उसने शानदार प्रदर्शन किया। इसके अलावा हैंडबॉल में भी विद्यालय के कई खिलाड़ी नेशनल लेबल तक खेल चुके हैं।