रिपोर्टर : हेमन्त सिंह
कटनी: पांच दिन की मैराथन जांच-पड़ताल के बाद इनकम टैक्स
अधिकारियों की टीम कटनी से वापस लौट गई। सूत्र बताते हैं कि अनिल इंडस्ट्रीज
और अजय फूड प्रोडक्ट्स में दस्तावेजों को खंगालने के
। आईटी टीम मुख्यालय पहुंचकर इन दस्तावेजों का परीक्षण करेगी और यदि कर अपवंचन की शिकायतें सामने आई तो सम्बंधित फर्म को नोटिस जारी होंगे। भारी की भरकम लाव लश्कर लेकर कटनी में डेरा डालने वाले
बाद जरूरी कागजात टीम के अफसर अपने साथ ले गए
अधिकारियों ने रविवार की रात और सोमवार की सुबह
कटनी से रवाना होने के पहले वे सारे रिकॉर्ड समेट लिए, जो कर अपवंचन की
संभावनाओं से भरे थे। इसके अलावा इन फर्मों में अन्य स्रोतों से आई रकम को
लेकर भी पूछताछ की गई है। छापे के बाद पहली बार यशभारत से बातचीत में एक
फर्म के संचालक ने अपना नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि यह आयकर
विभाग की रूटीन जांच का हिस्सा है। विभाग को कुछ इनपुट्स मिले थे, जिसके
आधार पर पतासाजी की गई है। उधर सूत्रों का कहना है आयकर की लंबी चली
इस कार्यवाही का असर आने वाले कुछ दिनों तक कटनी के रिटेल मार्केट और
व्यापार जगत से जुड़े लोगों में नजर आएगा। एक जानकारी के मुताबिक कटनी में
कच्चे और पक्के माल के करीब 100 से ज्यादा ब्रोकर काम कर रहे हैं। इनमें से
दो दर्जन से ज्यादा ब्रोकर ऐसे हैं जो कहीं न कही सीधे तौर पर इन फर्मों के लिए
ट्रेडिंग का काम करते हैं। आईटी की टीम ने इनमें से कुछ दलालों से पूछताछ की है
और इस दौरान टीम को जरूरी दस्तावेज भी मिले हैं। जिनका फर्म के रिकार्ड से
मिलान किया गया है। कर अपवंचन की संभावनाओं वाले सभी दस्तावेज आईटी
की टीम अपने बस्ते में बंद करके लौटी है। यह भी पता चला है कि रियल इस्टेट के
कारोबार में लगी रकम भी जांच के घेरे में आई है। आईटी टीम इस कारोबार में लगे
बड़े पैसे को लेकर तफ्तीश में जुटी रही।