कटनी – कलेक्टर श्री अवि प्रसाद के निर्देश पर जिले में सीमांकन प्रकरणों के निराकरण हेतु चलाये जा रहे विशेष अभियान के तहत राजस्व अधिकारियों द्वारा किये गये बेहतर कार्य की वजह से हर दिन औसतन सवा सौ से अधिक सीमांकन प्रकरणों का निराकरण किया जा रहा है।
अभियान के तहत जिले की 9 तहसीलों के 26 न्यायालय में एक दिवस में ही सीमांकन के लंबित 126 प्रकरणों का निराकरण किया गया। इस प्रकार जिले में अब तक सीमांकन के कुल 777 लंबित प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है। कलेक्टर श्री अवि प्रसाद ने शेष लंबित सीमांकन के प्रकरणो का निराकरण मिशन मोड पर करने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिये है।
*बहोरीबंद तहसील अग्रणी*
सीमांकन मामलों के लंबित प्रकरणों के निपटारे के नजरिये से जिले की बहोरीबंद तहसील अग्रणी है। यहां अब तक 105 सीमांकन के प्रकरण निराकृत किये जा चुके है। इसी प्रकार द्वितीय स्थान पर तहसील ढीमरखेड़ा, स्लीमनाबाद और कटनी नगर द्वारा सीमांकन के 100-100 प्रकरणों का संयुक्त रूप से निराकरण किया जाकर दूसरे स्थान पर काबिज है। जबकि तीसरे स्थान पर तहसील बड़वारा सीमांकन के 89 प्रकरणो का निराकरण किया है।
जबकि तहसील विजयराघवगढ़ सीमांकन के 78 प्रकरणों का निराकरण करते हुए संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर काबिज है। वहीं तहसील बरही द्वारा पांचवे स्थान पर अब तक कुल सीमांकन के लंबित 73 प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है। इसी प्रकार तहसील रीठी द्वारा छठे स्थान पर रहकर 67 सीमांकन प्रकरणों का निराकरण किया गया है। जबकि तहसील कटनी अब तक सीमांकन के लंबित 65 प्रकरणों का निराकरण कर अंतिम पायदान पर है।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने राजस्व अधिकारियों को सीमांकन प्रकरणों के निराकरण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। बताते चलें कि कलेक्टर श्री प्रसाद ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में निर्देशित किया था कि वर्तमान में गेहूं की फसल की कटाई की जा चुकी है ऐसे में जून माह तक खेतों के खाली रहने की ही संभावना है। यह स्थिति सीमांकन करने के लिए आदर्श और बेहतर स्थिति है। इसलिए सभी राजस्व अधिकारी इस सहज और अनुकूल स्थिति में लंबित सीमांकन प्रकरणों के निराकरण की दिशा में त्वरित और प्रभावी कार्यवाही करें। ताकि सीमांकन के सभी लंबित प्रकरणों का निराकरण हो सके। इसके बाद सीमांकन प्रकरणों के निपटारे में तेजी आई है।