रिपोर्टर भुवनेश्वर केवट
हाईस्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण करने वाली दिव्यांग बालिका द्रोपती धुर्वे के सामर्थ्य का सम्मान करने कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से लगे ग्राम भीमडोंगरी पहुँची। द्रोपती हाथों से लिखने में असमर्थ है फिर भी उसने पैरों से उत्तर लिखकर दसवी बोर्ड की परीक्षा को प्रथम श्रेणी से पास किया है। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना ने कहा कि वनांचल में रहने वाली द्रोपती का यह हौंसला और सामर्थ्य प्रेरणास्पद है। द्रोपती ने अपने हौसलों के दम पर यह प्रमाणित कर दिया है कि यदि मन में कुछ करने का संकल्प है तो कोई भी बाधा उसे प्रभावित नहीं कर सकती। हर बच्चों को द्रोपती के संकल्प से सीखने की आवश्यकता है। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ. सिडाना ने द्रोपती को अध्ययन के लिए हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया।
शिक्षक होना पुण्य का कार्य
भ्रमण के दौरान कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना ने हाईस्कूल तथा हायरसेकेंडरी परीक्षा में उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम देने वाले हायरसेकेंडरी स्कूल भीमडोंगरी तथा हायरसेकेंडरी स्कूल मोतीनाला के शिक्षकों तथा विद्यालय स्तर पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्याथियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि वनांचल में संचालित इन विद्यालयों की सफलता ने प्रमाणित कर दिया है कि कामयाबी में संसाधन से अधिक मेहनत का महत्व होता है। उन्होंने शिक्षकों द्वारा किए गए प्रयास की सराहना करते हुए उन्हें आगामी वर्ष में शतप्रतिशत परीक्षा परिणाम सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया। कलेक्टर ने कहा कि शिक्षक होना पुण्य का कार्य है जो एक छात्र को बेहतर शिक्षा देकर उसके परिवार के साथ-साथ उस क्षेत्र के विकास में महती भूमिका अदा करते हैं। ज्ञात होवे कि हायरसेकेंडरी स्कूल भीमडोंगरी का कक्षा बारहवी का 98.52 एवं दसवी का 96.50 तथा हायरसेकेंडरी स्कूल मोतीनाला का कक्षा बारहवी में 82.76 तथा दसवी में 69.23 प्रतिशत परीक्षा परिणाम रहा है। हायरसेकेंडरी स्कूल मोतीनाला ने पिछले वर्ष की परीक्षा परिणामों की तुलना में 42.8 प्रतिशत की वृद्धि की है।
जिंदगी को बेहतर बनाने सिर्फ पढ़ाई ही एकमात्र रास्ता
हायरसेकेंडरी स्कूल भीमडोंगरी तथा मोतीनाला के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना ने कहा कि वर्तमान में दुरस्थ अंचलों के विद्यार्थी भी सफलता के शिखर छू रहे हैं। मंडला जिले के छात्र-छात्राओं में बहुत योग्यता है, समय पर अपने लक्ष्य का निर्धारण करें तथा उसे हासिल करने के लिए पूरी क्षमता से प्रयास करें। जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए पढ़ाई ही एकमात्र रास्ता है। उन्होंने विद्यालयों में कैरियर काउंसलिंग के सत्र आयोजित करने के निर्देश दिए। इससे पहले विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने पारंपरिक खुमरी पहनाकर कलेक्टर का स्वागत किया।