उमरियापान के न्यू बस स्टैंड में सड़क पर नाली का गंदा पानी बह रहा है। इससे राहगीर संग स्थानीय लोगों का पैदल चलना दुश्वार हो गया है। सुबह से ही आवागमन में काफी परेशानी होती है। लोग गन्दे पानी से होकर निकलते है। बावजूद इसके इस समस्या को लेकर ग्राम पंचायत और जनप्रतिनिधि गंभीर नहीं हैं।उमरियापान के बस स्टैंड में स्थिति बड़ी दयनीय है। जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत होने के बावजूद विकास से अब तक अछूता है।नियमित साफ-सफाई नहीं होने के चलते नालियां जाम हो गई हैं। न्यू बस स्टैंड की सड़कों पर गंदा पानी बह रहा है। नाली का गंदा पानी सड़क पर बहने के कारण जल भराव हो जाता है। सड़क पर आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी होती है। गन्दे पानी के साथ सड़क पर गंदगी भी बहकर आती है।गन्दगी से दुर्गंध भी आती है। इसी गंदगी से होकर लोंगों को निकलना मजबूरी हो गई है। बस स्टेंड होने से सुबह से यात्रियों का लोगों का आना जाना शुरू हो जाता है। मंदिरों के लिए भी सुबह के समय श्रद्धालुओं का जाना होता है। सभी सड़क पर बह रही गंदगी को पारकर ही निकलते हैं।जो भी सुबह से गंदगी के बीच से होकर निकलता है, जिम्मेदारों को कोसते है। नालियां जाम होने के चलते नाली की गंदगी सड़कों पर बहती है।
कचरे से आ रही दुर्गंध:- वहीं बस स्टैंड पर बना कूड़ा दान भी कचरे से भरा है। जो स्वच्छता अभियान को चिढ़ा रहा है।आसपास के लोग जो भी कचरा डाल रहे हैं, पूरा कचरा अब सड़क पर फैल रहा है। जिससे कि बस स्टैंड पर गंदगी फैल रही है। गन्दगी से लोग परेशान हैं।पैदल निकलने वाले लोंगों को भी काफी परेशानी होती है। गंदगी होने के कारण बीमारी फैलने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता।सड़क पर कचरा होने के कारण मवेशियों के द्वारा कचरे को और फैला दिया जाता है। बस स्टैंड पर खड़े होने वाले यात्रियों और यहाँ से गुजरने वाले लोग कचरे से आ रही दुर्गंध से परेशान हैं। इसके अलावा बस स्टैंड के समीप रहने वाले लोगों और दुकानदारों को भी कचरे की दुर्गंध से परेशानी होती है। कूड़ादान के कचरे से मच्छर और मक्खियां भी पनप रहे हैं। कचरे से भले ही लोग परेशान है, लेकिन जिम्मेदार इस पूरे मामले से बेखबर है।
रिपोर्टर राजेंद्र कुमार चौरसिया धीमरखेडा कटनी