कटनी – कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अवि प्रसाद नें एक साल के छोटे बच्चे वाली शासकीय महिला कर्मचारी और गर्भवती माताओं को चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने की मानवीय एवं संवेदनशील पहल की है । ताकि शिशुओं की परवरिश और देखभाल में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने एक वर्ष तक के बच्चे का अपनी मां के साथ अत्यंत करीबी भावनात्मक लगाव के मद्देनजर धात्री माताओं और गर्भवती माताओं को मानवीय आधार पर चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने की अभिनव पहल की है।
निर्वाचन कार्य हेतु ड्यूटी में लगाई गई ऐसी महिला कर्मचारी जिनके शिशु की उम्र 1 वर्ष है और गर्भवती माताओं को जिनकी निर्वाचन में ड्यूटी लगी है ।वे महिला लोकसेवक स्वास्थ्य परीक्षण रिपोर्ट और धात्री महिला अपने शिशु के जन्म प्रमाण-पत्र के साथ आवेदन नोडल अधिकारी मैनपावर एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास के कक्ष क्रमांक 81 में प्रस्तुत करें। ऐसी शासकीय महिलाओं को कलेक्टर ने निर्वाचन के दौरान ड्यूटी से मुक्त रखने के निर्देश दिए है। ताकि शिशु की देखभाल में कोई बाधा न हो।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने एक साल के छोटे बच्चे वाली शासकीय महिला कर्मचारी को चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने की मानवीय एवं संवेदनशील पहल की है । मतदान दल में शामिल महिला कर्मचारी को मतदान से एक दिन पूर्व जाना होता है और रात्रि निवास मतदान केन्द्र पर ही करने की स्थिति बनती है। ऐसे में एक वर्ष तक के छोटे शिशु की देखभाल का संकट पैदा हो जाता है। कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहा कि भावनात्मक रूप से छोटा शिशु मां के सबसे करीब होता है और मां और शिशु के एक दिन के लिए भी अलग-अलग होने से शिशु भावनात्मक रूप से असहज महसूस करता है। छोटे शिशु की देखभाल के लिए मां का शिशु के पास और साथ होना जरूरी है।इसे देखते हुए कलेक्टर श्री प्रसाद ने एक साल तक के बच्चों की माताओं को चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने का निर्णय लिया है।
*ड्यूटी से मुक्ति हेतु कलेक्ट्रेट के कक्ष क्रमांक 81 में दें आवेदन*
ऐसी महिला कर्मचारी जिनके शिशु की उम्र 1 वर्ष तक है और शिशु की परवरिश की समस्या के चलते वे लोकसभा निर्वाचन की ड्यूटी नहीं करना चाहती है, वे अपना आवेदन कार्यालय कलेक्ट्रेट के कक्ष क्रमांक 81 में दे सकती है।