शासकीय कन्या महाविद्यालय, कटनी में आज दिनांक 22 मार्च, 2024 को विश्व जल दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महाविद्यालय की छात्राओं को पेयजल की समस्या, जल संरक्षण और जल प्रबंधन के महत्व के बारे में जागरूक करना था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. चित्रा प्रभात ने की। उन्होंने अपने संबोधन में विश्व स्तर पर पेयजल की कमी और इससे उत्पन्न होने वाले खतरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्राओं से जल संरक्षण के लिए अपना योगदान देने का आग्रह किया।
इस अवसर पर भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. के.जे. सिन्हा ने जल संरक्षण के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के कारण जल संसाधनों पर पड़ने वाले दबाव के बारे में भी बताया।
कार्यक्रम में छात्राओं ने जल संरक्षण के लिए शपथ ली और पानी के सदुपयोग के प्रति जन जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया। छात्राओं ने घरों और परिसर में पानी की बचत करने के तरीकों पर भी विचार-विमर्श किया।
इस अवसर पर भूगोल विभाग के श्री प्रेमलाल कांवरे, डॉ. अशोक शर्मा, डॉ. स्मिता यादव, श्री भीम बर्मन, श्री फूलचंद कोरी, श्रीमती श्रष्टि श्रीवास्तव, डॉ. अनिका वालिया और महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक, अतिथि विद्वान, स्ववित्तीय अतिथि विद्वान और छात्राओं की उपस्थिति रही।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. चित्रा प्रभात ने कार्यक्रम के अंत में कहा, “जल हमारे जीवन का आधार है और इसके संरक्षण के बिना हमारा भविष्य खतरे में है। हमें जल की बचत करने और इसके दुरुपयोग से बचने के लिए सतर्क रहना होगा।”
इस कार्यक्रम से छात्राओं को जल संरक्षण और प्रबंधन के महत्व के बारे में गहरी समझ प्राप्त हुई। महाविद्यालय इस तरह के कार्यक्रमों को आगे भी आयोजित करेगा ताकि लोगों में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके।