रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिये आज रेवा सभाकक्ष कलेक्ट्रेट में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना की अध्यक्षता में भारतीय किसान संघ, मध्य प्रांत के प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की गई, बैठक में कृषि से संबंधित विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहे, किसानों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई तथा किसान संघ प्रतिनिधियों ने अपनी बात रखी।
कलेक्टर द्वारा अवगत कराया गया है कि विगत दिनों जिले में हुई वर्षा और ओलावृष्टि से प्रभावित खेतों का सर्वे किया जाकर नुकसान का आंकलन किया जा रहा है तथा राहत राशि हेतु शासन को प्रस्ताव भेजा जावेगा। जिले में जिन किसानों की फसल ओलावृष्टि से प्रभावित हुई है, उन्हे हर संभव सहायता मुहैया कराई जाएगी। उप संचालक कृषि द्वारा बताया गया कि प्रत्येक हल्के में फसल बीमा योजना से संबंधित आयोजित 04 फसल कटाई प्रयोग के आधार पर फसल बीमा दावा राशि का वितरण किया जावेगा।
किसान संघ के प्रतिनिधियों द्वारा कमांड एरिया बढ़ाने की मांग करने पर कार्यपालन यंत्री तवा इटारसी द्वारा बताया गया कि इस वर्ष डेम में अधिक पानी रहने के कारण कमांड एरिया के संबंध में परीक्षण व विचार किया जा रहा है। डिवीजन बैठक में इस संबंध में इस निर्णय लिया जावेगा। रबी मौसम की बोनी देरी से होने के कारण इस वर्ष 05.04.2024 से नहर से पानी दिया जावेगा।
कलेक्टर द्वारा बताया गया कि विगत दिनों वर्षा एवं ओलावृष्टि से गेंहूँ की फसल में दानों के बदरंग होने की संभावना को ध्यान में रखते हुए गेंहूं उपार्जन के एफ.ए.क्यू. मापदण्ड में रियायत हेतु शासन को प्रस्ताव भेजा जा रहा है। साथ ही उपायुक्त सहकारिता को निर्देशित किया गया कि उपार्जन कार्य को सुगम बनाने के लिए उपार्जन केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में हम्माल व तौल कांटे की व्यवस्था सुनिश्चित करे। किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो।
एम.पी.ई.बी. द्वारा कार्यों में लापरवाही बरते जाने पर निर्देशित किया गया है कि सभी कर्मचारी किसानों की समस्या के प्रति गंभीर रहकर सकारात्मक कार्य प्रदर्शित करे। खेतो में लगी मोटर की जांच किसानों की उपस्थिति में करे। अनुभाग स्तर पर किसान संघों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित करे, समस्याओं को चिन्हित कर, अभियान चलाकर मैदानी स्तर पर समस्याओ का निराकरण करे। कर्मचारियों एवं किसान संघ के प्रतिनिधियों के बीच संवाद व सहयोग से समस्याओं का निराकरण करे। साथ ही किसान संघ के प्रतिनिधियों से आव्हान किया गया कि किसानों को नरवाई न जलाने हेतु जागरूक करे।