*जिला पंचायत के सीईओ शिशिर गेमावत द्वारा लापरवाह लोक सेवकों पर कार्यवाही का सिलसिला जारी*
कटनी (22 फरवरी)- जिला पंचायत के सीईओ श्री शिशिर गेमावत द्वारा शासकीय कर्तव्यों और दायित्वों के प्रति लापरवाही बरतने वाले लोक सेवकों पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है। विभागीय जांच के अन्य दो प्रकरणों में जिला पंचायत सीईओ श्री गेमावत ने जनपद पंचायत रीठी की ग्राम पंचायत बिलहरी की तत्कालीन सचिव श्री मति रंजीता तिवारी, वर्तमान पदस्थापना रैपुरा के द्वारा प्रस्तुत प्रतिवाद समाधान कारक नहीं पाए जाने पर विभागीय जांच संस्थित की है। इसी प्रकार एक अन्य विभागीय जांच के प्रकरण में रीठी विकासखंड की ग्राम पंचायत बांधा के सचिव श्रीधर मिश्रा को भविष्य के लिए सचेत करते हुए ग्राम पंचायत देवगांव में पदस्थ किए जाने के आदेश जिला पंचायत के सीईओ ने किए हैं।
*प्रकरण में कार्यवाही की वजह*
उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत बिलहरी के उप सरपंच विनोद शंकर शर्मा द्वारा जनपद स्तर पर जनसुनवाई में वर्ष 2020-21 में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत हितग्राही चयन में बरती गई अनियमितता की शिकायत की जांच गठित दल द्वारा कराई गई। जिसमें यह पाया गया कि अपचारी लोक सेवक श्रीमती तिवारी द्वारा आठ अपात्र हितग्राहियों का चयन और प्रकरण स्वीकृत कर राशि जारी कराई गई। जिससे शासन को सात लाख रुपए की वित्तीय क्षति हुई। किंतु इनके द्वारा जनपद एवं जिला स्तर पर अवसर प्रदान किए जाने के बावजूद अपने हिस्से की अनुपातिक राशि 2.33 लाख रुपए शासन के खाते में जमा नहीं की गई। श्रीमती तिवारी का यह कृत्य कर्तव्यों के विपरीत होकर वित्तीय अनियमिता के साथ कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही और स्वेच्छा चरिता का द्योतक है। इसलिए जिला पंचायत सीईओ श्री गेमावत ने मध्यप्रदेश पंचायत सेवा अनुशासन तथा अपील नियम 1999 के नियम 7(4 ) में निहित प्रावधानों के तहत विभागीय जांच संस्थित कर जांचकर्ता अधिकारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी को एवं प्रस्तुत कर्ता अधिकारी खंड पंचायत अधिकारी रीठी को नियुक्त करते हुए 3 माह में विभागीय जांच पूर्ण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया है।
दूसरे विभागीय जांच के प्रकरण में सीईओ श्री गेमावत ने अपचारी लोक सेवक श्रीधर मिश्रा सचिव बांधा को भविष्य के लिए सचेत करते हुए ग्राम पंचायत देवगांव में पदस्थ कर प्रकरण को समाप्त कर नस्ती बद्ध गया है।