रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम// जिले में पिछले काफी समय से घरेलू गैस सिलेंडरों की कालाबाजारी का खेल चल रहा है। बात करें तो जिला मुख्यालय पर ही बड़े स्तर पर यह खेल चल रहा है, बड़ी होटलो में भी घरेलू गैस सिलेंडरों का उपयोग धडल्ले से हो रहा है। सूत्रों के अनुसार मुख्यालय पर तीन गैस एजेंसियां हैं जिनके पास करीब 250 से 300 कमर्शियल कनेक्शन की बात चर्चा में आ रही है अभी अधिकृत आंकड़े उपलब्ध नहीं है। यह बात भी चर्चा में है कि तीनों एजेंसियों से प्रतिदिन शहर मुख्यालय पर ही करीब 70 से 80 कमर्शियल गैस सिलेंडरों की सप्लाई होती हैं जबकि अनाधिकृत रूप से इससे बड़ी मात्रा में घरेलू सिलेंडर का उपयोग कमर्शियल कनेक्शन की जगह हो रहा है। पूर्व में तो खाद विभाग द्वारा मुख्यालय पर की जाने वाली कार्यवाहियों से अवगत कराया जाता था और कार्यवाही के फोटो भी फोटो वीडियो भी जारी होते थे। पिछले काफी समय से मुख्यालय पर घरेलू गैस सिलेंडरों का उपयोग चाय नाश्ते की दुकानों, चाऊमीन, मोमोज,चाट पकौड़ी की दुकानों सहित होटल पर हो रहा है परंतु कोई बड़ी कार्यवाही नहीं हो रही है जिसके पीछे एक कारण यह भी बताया जाता है कि घरेलू गैस सिलेंडर करीब ₹950/ रुपए का तो कमर्शियल गैस सिलेंडर 1800/ रुपए मूल्य का होने से दुकानदार घरेलू गैस सिलेंडर उपयोग करता है। आखिर क्या वजह है कि जब यह सभी होटल चाय नाश्ता की दुकानों के खाद्य विभाग से लाइसेंस जारी होते हैं, इनका विधिवत पंजीयन होता है तो फिर उनकी सूची अपडेट कर उनके कमर्शियल कनेक्शन की जानकारी क्यों नहीं ली जाती है?? क्या इसके पीछे अवैध वसूली का भी बड़ा खेल चल रहा है जिस पर भी बड़े सवाल हैं ?? अब हम ग्रामीण क्षेत्र की बात करें तो वहां पर किराने व गल्ले की दुकानों से घरेलू गैस सिलेंडर बेचने का कारोबार चल रहा है आखिर इन दुकानदारों तक इतनी बड़ी संख्या में घरेलू गैस टंकियां कैसे पहुंच रही हैं?? कौन सी गैस एजेंसी है जो इन्हें गैस टंकियां उपलब्ध करा रही हैं?? पूर्व में इटारसी में घरेलू गैस सिलेंडर के अवैध कारोबार में रिफलिंग के दौरान बड़े धमाके की घटना को प्रशासन सहित खाद्य विभाग शायद भूल गया है,घटना की गूंज प्रदेश स्तर तक गूंजी हुई थी,जिसे शायद जिला प्रशासन और खाद्य विभाग भूल गया है। बुधवार को खाद्य विभाग की टीम ने निरंतर मिल रही शिकायतों पर डोलरिया तहसील के अंतर्गत मिसरोद गांव की कई दुकानों ,आटा चक्की , होटल पर छापामार कार्रवाई की। इस दौरान रसोई गैस के सिलेंडरों का व्यवसायिक उपयोग और रिफलिंग का उपयोग कारोबार होते पाया गया। टीम ने अलग- अलग स्थान से करीब 13 गैस सिलेंडरों का स्टॉक एवं एक गैस भट्टी जप्त की । इस कार्यवाही के दौरान सहायक आपूर्ति अधिकारी दिनेश कुमार अहिरवार ,कनिष्क आपूर्ति अधिकारी मृगी अग्रवाल, मीनाक्षी दुबे एवं जुबेर काजी शामिल रहे। सहायक आपूर्ति अधिकारी दिनेश कुमार अहिरवार ने बताया कि घरेलू गैस सिलेंडर के अवैध संग्रहण एवं क्रय विक्रय की सूचना पर छापामार कार्यवाही की गई है । जांच व निरीक्षण के दौरान हुकुम किराना स्टोर से चार भरे सिलेंडर और तीन खाली घरेलू सिलेंडर का स्टॉक, मुस्कान आटा चक्की से 5 भरी गैस टंकी और कमल होटल से एक भरा घरेलू गैस सिलेंडर व भट्टी जप्त की है। वही कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी मृगि अग्रवाल का कहना रहा कि दुकानदारों द्वारा ऐसा कोई दस्तावेज नहीं दिए गए जिससे यह साबित हो सके कि वह गैस विक्रय करने का अधिकृत विक्रेता है। यह दुकानदार सिलेंडरों का स्टॉक करके उन्हें अधिक दाम वसूलकर कालाबाजारी कर रहे हैं। साथ ही उनकी दुकान घने रियासी इलाके में थी । ऐसी जगह पर खतरनाक तरीके से इतनी सिलेंडर रखने से हादसा का अंदेशा है।