डिंडोरी जिले के शाहपुरा में महिला एसडीएम निशा नापित शर्मा के कथित मर्डर की गुत्थी को पुलिस ने वारदात के महज 24 घंटों के अंदर ही सुलझा लिया है। पुलिस ने महिला एसडीएम की हत्या के आरोप में उनके पति मनीष शर्मा को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बेडशीट, तकिया और वॉशिंग मशीन में पड़े निशा शर्मा के कपड़ों की मदद से इस मर्डर मिस्ट्री को सॉल्व किया है। मनीष ने निशा द्वारा सर्विस बुक, बीमा और बैंक रिकॉर्ड में नॉमिनी नहीं बनाने पर उनकी हत्या कर दी थी।
जानकारी के अनुसार, रविवार को मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले के शाहपुरा में एसडीएम निशा शर्मा की अचानक हुई संदिग्ध मौत से हड़कंप मच गया। हालांकि, बाद में यह पूरा मामला एसडीएम के पति मनीष द्वारा रची गई हत्या का निकला, जिसे पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया।
मनीष ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि निशा की तबीयत पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं थी और इलाज के दौरान अस्पताल में उनकी मौत हो गई। हालांकि, एसडीएम का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर ने बताया कि निशा की मौत करीब चार-पांच घंटे पहले ही हो चुकी थी।
संदिग्ध मौत का मामला होने पर पुलिस द्वारा घर की तलाशी के दौरान पुलिस और फॉरेंसिक टीम को एक बेडशीट, तकिया और वॉशिंग मशीन में निशा के कपड़े मिले। इससे पुलिस को संदेह हुआ कि कुछ तो गड़बड़ है। पुलिस ने फिर मनीष को पूछताछ के लिए बुलाया और उससे वॉशिंग मशीन में मिले सामान के बारे में सख्ती से पूछताछ की। आखिरकार मनीष ने तकिए से मुंह दबाकर अपनी पत्नी की हत्या करने की बात कबूल कर ली।
हत्या के सबूत मिटाने के लिए मनीष ने निशा के खून से सने कपड़े, तकिया और बेडशीट को वॉशिंग मशीन में धो दिया था। उसने उन्हें सुखाकर वहीं छोड़ दिया। पुलिस ने कहा कि मनीष अपनी पत्नी को पास के अस्पताल ले जाने से पहले छह घंटे तक उनकी लाश के पास बैठा रहा। पुलिस ने इस संबंध में आईपीसी की धारा 302, 304 बी और 201 के तहत एफआईआर दर्ज कर मनीष को गिरफ्तार कर लिया।
साढ़े तीन साल पहले हुई थी शादी
पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि निशा नापित (51) और प्रॉपर्टी डीलर मनीष शर्मा (45) ने एक ऑनलाइन मैरिज पोर्टल के माध्यम से संपर्क में आने के बाद सितंबर 2020 में शादी कर ली थी। हालांकि, अक्सर उन दोनों के बीच झगड़ा होता रहता था क्योंकि निशा ने अपनी सर्विस बुक, बीमा और बैंक रिकॉर्ड में मनीष को नॉमिनी नहीं बनाया था। मनीष के बार-बार कहने के बावजूद निशा नहीं मान रही थीं।
एसपी अखिल पटेल ने कहा कि हमारी जांच और मौके से मिले सुरागों के आधार पर हमने मनीष शर्मा से पूछताछ की और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया। उस पर हत्या, दहेज से संबंधित मौत, सबूत नष्ट करने और अन्य अपराधों का आरोप लगाया गया है।
पीटीआई के मुताबिक, पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) मुकेश श्रीवास्तव ने इस हत्या की गुत्थी 24 घंटे के अंदर सुलझा देने के लिए जांच टीम की प्रशंसा की और 20000 रुपये के इनाम की घोषणा की।