ग्रामीणों से लगी जानकारी अनुसार शासकीय ई.जी. एस. चोरा कनेरा में छोटे छोटे बच्चे खुद अपनी थाली धोते नजर आ रहे है ग्रामीण ने बताया की यहां पे हमेशा से एसे ही होता है
न तो टीचर टाइम से आते है और न ही ढंग से पठाते है टीचरों को सिर्फ अपने मोबाइल से मतलब रहता है छोटे छोटे बच्चे डर की वजह से अपने घरों में नही बता पाते कही हमारे मासाब हमे मारे न एक और बात तो ये भी है की स्कूल खुलने के बाद जो पहली प्रेयर होती है ओ स्कूल के पीछे करवाई जाती है जबकि स्कूल के सामने जगह भी है टीचर अपने काम का बहाना बनाकर कही 1 बजे तो कही 3 बजे स्कूल भी बंद कर देते है फिलहाल जो भी हो ग्रामीण कलेक्टर साहब से इनकी जांच करने की बात कही
पिपरा से सुरेश सेन की खास रिपोर्ट