पुलिस की बड़ी कार्यवाही
बागेश्वरधाम पीठाधीश्वर श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को लॉरेन्स बिश्नोई गैंग के नाम से हत्या
करने की धमकी देकर 10 लाख रूपये की फिरौती मागने बाले आरोपी को छतरपुर
पुलिस द्वारा पटना बिहार से किया गया गिरफ्तार
घटना का संक्षिप्त विवरण – दिनांक 19/10/2023 को बागेश्वरधाम की अधिकृत ईमेल
आईडी पर मेल के माध्यम से बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को
अज्ञात आरोपी के द्वारा लॉरेन्स बिश्नोई गैंग के नाम से जान से मारने की धमकी देकर एक
दिन का समय दिया गया था तथा जान बचाने के लिये आरोपी के व्दारा बागेश्वरधाम के
पीठाधीश्वर श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री से 10 लाख रूपये की माँग की गई जिसकी सूचना
थाना बमीठा मे दिनांक 20/10/23 को प्राप्त होने पर संवेदनशील होने से तुरंत थाना
बमीठा मे अपराध क्र 382/23 धारा 387,507 भादवि का अज्ञात आरोपी के विरूद्ध
पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया ।
पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही – SP Chhatarpur के संज्ञान में आने पर तुरंत सभी
वरि0 अधिकारियो को अवगत कराया गया एवं घटना की गंभीरता को देखते हुये
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विक्रम सिंह एवं एसडीओपी खजुराहो श्री सलिल शर्मा के
नेतृत्व मे थाना प्रभारी बमीठा जयवंत ककौड़िया एवं उपनिरी संजय पाण्डेय तथा साईबर
सैल प्रभारी छतरपुर उपनिरी सिद्धार्थ शर्मा का विशेष जांच दल गठित किया गया एवं
अपराध की प्रकति को द्रष्टिगत रखते हुये राज्यस्तरीय तथा राष्ट्रीयक्रत ऐजेन्सियो के
माध्यरम से अपराध की विवेचना प्रारंभ की गई
महत्वपूर्ण घटनाक्रम – अज्ञात आरोपी के द्वारा कोई उत्तर प्राप्त न होने पर दिनांक
22/10/23 को पुन: धमकी भरा ईमेल किया गया और टाईम खत्म होने की धमकी दी
गई SP Chhatarpur द्वारा साईबर सेल के माध्यय से प्रादेशिक नोडल ऐजेसी को
आवश्यक पत्राचार कर राष्ट्रीय अनुसंधान अभिकरण के माध्यम से छतरपुर पुलिस के
इंटरपोल की सहायता
से स्विरटजरलैण्ड की ऐजेसियो से जानकारी प्राप्त कर इंटरनेट व
अन्य साक्ष्यो को एक दूसरे से जोडकर* आरोपी निवासी ग्राम शंकरडीह जिला नालंदा
बिहार हाल नि. कंकरबाग पटना बिहार की पहचान कर एक योग्य एवं अनुभवी पुलिस
दल भेजकर आरोपी को हिरासत में लिया गया एवं घटना में प्रयुक्त मोबाईलो को बरामद
कर सुरक्षित किया गया, आरोपी को अभिरक्षा मे लेकर पूछतांछ कर मेमोरेण्डम लेख
कर जप्ती एवं गिरफतारी की कार्यवाही कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया
गया माननीय न्यायालय द्वारा न्यायिक अभिरक्षा मे निरूद्ध किया गया ।