रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। पश्चिम मध्य रेल, भोपाल मण्डल के भोपाल – इटारसी रेल खण्ड पर बरखेड़ा-बुदनी स्टेशन के मध्य 26.50 किलोमीटर रेल लाइन तिहरीकरण का आज दिनांक 09.12.2023 को रेल संरक्षा आयुक्त, मध्य वृत्त, मुम्बई श्री मनोज अरोरा द्वारा निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त ने इस रेल खंड पर संरक्षा एवं सुरक्षा से जुड़े संसाधनों, ओ.एच.ई.लाइन, सम्बद्ध उपकरण, तथा सिग्नलिंग आदि का निरीक्षण किया एवं उनकी कार्य क्षमता को परखा।
इस दौरान बरखेड़ा से बुदनी के मध्य तिहरीकरण रेल लाइन पर विद्युत इंजन से 95 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से सफल स्पीड ट्रायल किया गया। कार्य की गुणवत्ता और स्पीड ट्रायल से संतुष्ट होकर इस खण्ड पर 75 कि.मी. प्रति घंटे की गति से गाड़ी चलाने की अनुमति दी है।
इस अवसर पर मण्डल रेल प्रबंधक भोपाल देवाशीष त्रिपाठी, पश्चिम मध्य रेल, मुख्यालय से मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) मनोज कुमार अग्रवाल, मुख्य इंजीनियर (सामान्य) आर. के. राजपूत, भोपाल मंडल से वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) श्री अतिन कुमार तोमर एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी, रेल निकास निगम लिमिटेड से कार्यकारी निदेशक श्री सुमित सरदाना, मुख्य परियोजना प्रबंधक श्री राघवेंद्र सारस्वत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे |
इस खंड में 13 प्रमुख पुल, 49 लघु पुल एवं 7 सुरंगों का निर्माण किया गया है। यह रातापानी वाइल्ड लाइफ सेंचुरी होने के कारण निर्माण में वाइल्ड लाइफ बोर्ड की सख्त शर्तों का पालन किया गया है। यह क्षेत्र इको सेंसटिव जोन के अंतर्गत आता है, इसलिए यहाँ का निर्माण कार्य बहुत ही गंभीरतापूर्वक किया गया ताकि वन्यजीवों का संतुलन बना रहे।
पश्चिम-मध्य रेलवे का भोपाल-इटारसी मार्ग भारतीय रेलवे का एक महत्वपूर्ण और व्यस्त खंड है, जो मध्य भारत में पड़ता है और भारी मात्रा में यात्री और माल यातायात करता है। यह उत्तर-दक्षिण और पूर्व-पश्चिम ट्रंक मार्गों पर कार्य करता है। यातायात की उत्तर-दक्षिण धारा (stream)दिल्ली-झांसी-बीना-भोपाल-इटारसी-नागपुर से चलती है और बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश से गुजरात की ओर जाने वाला पूर्व-पश्चिम यातायात इलाहाबाद, जबलपुर, इटारसी, भोपाल और नागदा से होकर जाता है।
पश्चिम मध्य रेल में बीना-भोपाल-इटारसी रेलखण्ड पर बीना से इटारसी तक 233 किमी तीसरी लाइन का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। इस तीसरी रेल लाइन के चालू हो जाने से गाड़ियों की गति बढ़ने के साथ ही क्षेत्र की प्रगति होगी।