रिपोर्टर सीमा कैथवास
श्रीरामलीला दशहरा महोत्सव में गांधी मैदान में
इटारसी। नगरपालिका परिषद इटारसी द्वारा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की भूमि पर आयोजित की जा रही श्रीरामलीला दशहरा महोत्सव में गांधी मैदान में आज माता सीता के हरण की कहानी का मंचन किया गया। रविवार की रात सूर्पणखा का नाक कटना, सीता हरण व बाली-सुग्रीव का युद्ध का मंचन कलाकारों के द्वारा किया गया। पंडाल में महिला दर्शकों की भीड़ नजर आई। रविवार को सूर्पणखा का नासिक छेदन से रामलीला मंचन की शुरुआत हुई। इसके पश्चात खरदूषण वध, सीता हरण व बालि वध का आकर्षक मंचन कर कलाकारों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध दिया। दिखाया गया कि सोने का मृग देख सीता जी ने उसे पाने की जिद की। भगवान राम ने मृग का पीछा किया। माया रूपी मृग भगवान राम को जंगल की ओर दूर लेकर चला गया। हाय राम-हाय राम की आवाज सुन सीता जी परेशान हो गईं। कहा कि मेरे राम संकट में हैं। उनकी मदद के लिए लक्ष्मण को भेजा। लक्ष्मण ने जाते समय उन्होंने कुटी के चारों ओर तीर से रेखा खींच दी और माता सीता से उसके पार न जाने को कहा। लक्ष्मण के जाते ही रावण ब्राह्मण का वेश में पहुंचा और भिक्षा के बहाने उनका हरण कर लिया। राम व लक्ष्मण व सीता की खोज में वन-वन भटकते व विलाप करते किष्किधा पर्वत पहुंचे। यहां भगवान राम व हनुमान जी की पहली मुलाकात हुई। दोनों का मिलाप देख दर्शक भावुक हो गए। हनुमान जी भगवान राम को सुग्रीव से मिलाएं। राम की मित्रता सुग्रीव से हुई। सुग्रीव ने अपनी सारी समस्या भगवान राम से बताया। इसके बाद बाली व सुग्रीव का युद्ध हुआ।
रासलीला में पहुंचे श्रद्धालु-
श्रीद्वारिकाधीश मंदिर में दो दिवसीय रासलीला का मंचन आज समाप्त हो गया। यहां नगरपालिका अध्यक्ष पंकज चौरे ने पहुंचकर भगवान श्रीकृष्ण व राधा रानी की आरती उतारी। यहां श्री कृष्ण व राधा रानी बने कलाकारों ने रासलीला का मंचन किया। इस अवसर पर बडी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।