देखिऐ पूरा VIDEO रिपोर्टर (बबलू जायसवाल)भोपाल में ट्रेनर ने जिस पाकिस्तानी बुली डॉग की फांसी लगाकर हत्या कर दी, वह बहुत ताकतवर था,इतना कि बोलेरो और स्कॉर्पियो कार को भी खींच लेता था,उसके खाने पर रोजाना तीन से चार हजार रुपए का खर्च आता था,कुत्ते को मारने वाले ट्रेनर रवि कुशवाह ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि डॉग बहुत आक्रामक था,काबू में नहीं आता था,बहुत परेशान करता था।रातभर भौंकता था इसलिए उसे मार डाला।
इनका कहना है…!
कुत्ते के मालिक निखिल उर्फ टीनू जायसवाल ने बताया- •मुझे मेरे सुल्तान(कुत्ते)की मौत सामान्य नहीं लगी, इसलिए मैं इसका सच जानने के लिए लगा रहा। आखिरकार वारदात का सीसीटीवी फुटेज सामने आ ही गया,शक है कि अल्फा डॉग ट्रेनिंग एंड बोर्डिंग सेंटर का ट्रेनर रवि कुशवाह क्रॉस नस्ल पैदा करना चाहता था, इसलिए रवि ने उसके साथ जबरदस्ती की और उसकी मौत हो गई।कुत्ते के मालिक निखिल ने और क्या बताया, ये जानने से पहले समझते हैं आखिर ये पूरा मामला क्या है?
आखिर ये पूरा मामला क्या है?
मामला भोपाल के 11 मील क्षेत्र में स्थित एक डॉग ट्रेनिंग सेंटर का है। यहां डॉग ट्रेनर ने एक पालतू कुत्ते को फंदे पर लटकाकर मार दिया। घटना 9 अक्टूबर की है।इसका CCTV फुटेज बुधवार को सामने आया है। जिसमें दिख रहा है कि ट्रेनर रवि और उसके साथी कुत्ते को फंदा लगा रहे हैं।कुत्ता 7 मिनट तक तड़पता रहा, फिर उसने दम तोड़ दिया।वीडियो में दिख रहा है कि सबसे पहले नेहा नाम की महिला कर्मचारी डॉग को गेट पर लटका रही है। इसके बाद रवि और तरुण वहां पहुंचे। उन्होंने फंदा बनाकर डॉग के गले में डाल दिया।तीनों ने उसे तब तक लटकाकर रखा गया, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। फुटेज देखने के बाद पुलिस ने रवि,तरुण और नेहा के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम का मामला दर्ज कर लिया है।
इस पर रवि ने मना करते हुए कहा-आप अभी मत आओ। इसे मेरे पास ही रहने दो, मैं फ्री ट्रेनिंग दूंगा। इसके बाद 6 अक्टूबर को रवि का फोन आया और कहा कि डॉग को सांस नहीं आ रही है।हम सीपीआर दे रहे हैं।मैंने अस्पताल ले जाने का कहा तो वे नहीं ले गए।मैं 9 अक्टूबर को शाम 4 बजे सेंटर पर पहुंचा।तब तक मेरे डॉग की मौत हो चुकी थी। मैंने सेंटर से रिकॉर्डिंग दिखाने का कहा तो उन्होंने मुझे 3 घंटे तक यह कहकर बिठा रखा कि रिकॉर्डिंग डाउनलोड नहीं हो रही है।वे टालमटोल करते रहे। उन्होंने रिकॉर्डिंग डिलीट कर दी।इस दौरान रवि के हाथ पैर कांप रहे थे।मैंने अपने डॉग सुल्तान के पोस्टमार्टम की बात कही।इस पर रवि ने कहा कि मेरी सरकारी अस्पताल में बात हो गई है वहां चले जाओ।वहां गया तो पोस्टमॉर्टम नहीं किया गया।परेशान होकर मैंने डॉग का अंतिम संस्कार कर दिया। साथ ही निखिल ने बताया कि सुल्तान मेरे परिवार का सदस्य था।उस पर मेरा 12 से 15 लाख रुपए खर्च हो चुका था।उसकी मौत से मेरे परिवार के सदस्यों को मानसिक आघात पहुंचा है।