आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज जैसे गुरू को पाया है जिनका सानिध्य हमारे जीवन की यात्रा शुरू हुई आचार्य श्री जी की प्रेरणा से प्रतिभास्थली, जीव रक्षा के क्षेत्र के गौ-शाला, तथा आत्म निर्भर बनने के लिए प्रतिभास्थली एवं जीविकोपार्जन के लिए हाथकरघा जैसै परमार्थ के कार्यक्रम शुरू कराये ऐसे करूणामान गुरू को सत् सत् नम उक्त आशय के उद्गार आचार्य ज्ञानसागर सभागार में ऐलक श्री निश्चय सागर जी महाराज ने आगे अपनी मंगल देशना में बतलाया कि आप महाव्रतो का पालन कर अपने जीवन का कल्याण कर सकते है। पर्वराज पयूर्षण पर्व के 10 दिवसीय कार्यक्रम में समाज की विभिन्न संस्थाओं ने महाआरती में अपनी सहभागिता दर्ज कराकर पुण्य लाभ लिया तथा युवाओं द्वारा महावीर कीर्तिस्तभ में 24 घंटे का भक्ताम्बर का पाठ रखा गया पर्व के अंतिम दिवस संस्कार शिविर में बैठे शिवरार्थियों का सम्मान दिग.जैन समाज पंचायत समिति एवं चर्तुमास धर्मप्रभावना समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यों द्वारा किया गया। पर्व पर उपवास करने वालें श्रद्धालुओं की पाण्ना आचार्य ज्ञान सागर सभागार के समीप बने अतिथि ग्रह में सम्पन्न हुई।
अनंत चतुदर्शी के उपलक्ष्य में आचार्य विद्यासागर नवयुवक मण्डल के द्वारा विध्नहर्ता चिंतामणी श्री पारसनाथ पंचायत बड़े मंदिर में 1008 दीपक जलाकर महाआरती की गई।