कलेक्टर का नवाचार : रविवार को 27 बंदियों ने दी जिला जेल में साक्षरता परीक्षा
कटनी। जिला जेल के निरक्षर बंदियों में साक्षरता की ज्योति जलाकर उनके जीवन को नैतिकता से आलोकित करने की दिशा में कलेक्टर श्री अवि प्रसाद की कोशिशें परवान चढ़ना शुरू हो गई है। बंदियों की शिक्षा के लिए कलेक्टर की पहल पर शुरू अभिनव नवाचार बंदियों के बीच कम समय में ही ख़ासा लोकप्रिय हो गया है। जिला जेल में साक्षर हो रहे , सजायाफ्ता और विचाराधीन बंदी उत्साह पूर्वक भागीदारी कर कलेक्टर की इस नेक पहल पर उन्हें साधुवाद दे रहे हैं ।
*कलेक्टर का जेल भ्रमण बंदियों के लिए बना खुशियों का सबब*
कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा बीते माह जिला जेल के किये गये भ्रमण के बाद शिक्षा के माध्यम से बंदियों को समाज की मुख्य धारा से जुड़ने और जोड़ने का प्रयास शुरू हुआ। ताकि अपनी गल्तियों की वजह से जेल में रहने की दुश्वारियां झेल रहे बंदियों की जेल से बाहर आने के बाद जिंदगी सहज हो सके।बंदी जीवन के बाद वे सहजता से समाज में घुल-मिल सकें । ।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने जहां अपने भ्रमण के दौरान कैदियों की समस्याओं को जाना, वहीं उनके जीवन में नैतिकता का प्रकाश जागृत करने के लिए उन्हें साक्षर बनने के लिए भी प्रेरित किया था ।जेल भ्रमण उपरांत उन्होंने इसी दिशा में कदम बढ़ाते हुए निरक्षर कैदियों को साक्षरता की परीक्षा दिलाने की नायाब नीति बनाई।जो प्रदेश भर में नज़ीर बन गई।
*27 बंदियों ने दी परीक्षा*
कलेक्टर श्री प्रसाद के नवाचार के तहत जिला जेल में बंद 27 निरक्षर कैदी साक्षरता की दिशा में अपना पहला कदम बढ़ाते हुए रविवार 24 सितंबर को जिला जेल कटनी में नवभारत साक्षरता कार्यक्रम मूल्यांकन परीक्षा में सहभागी बने।
इस साक्षरता परीक्षा में 11 सजायाफ्ता एवं 16 विचाराधीन बंदियों को मिला कर कुल 27 बंदियों ने साक्षरता परीक्षा दी।
इस अवसर पर जिला जेल अधीक्षक प्रभात चतुर्वेदी,डॉ समता तिवारी जेलर, दीप्ती श्रीवास्तव शिक्षक एवं इंद्रबली शर्मा प्रमुख मुख्य प्रहरी, अरविन्द शाह प्रमुख मुख्य प्रहरी, अंकित मिश्रा प्रहरी, रानी ठाकुर प्रहरी उपस्थित रहे ।