कटनी (22 अगस्त )- कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा प्रसव के रेफरल मामलों और स्वास्थ्य व्यवस्था की नियमित निगरानी और समीक्षा का सिलसिला अनवरत जारी है। इसी क्रम में गर्भवती महिलाओं की सभी जांच रिपोर्ट सामान्य होनंे और गर्भवती हाईरिस्क श्रेणी में नहीं होने के बाद भी जानबूझकर जिला चिकित्सालय रेफर करने वाली मेडीकल ऑफीसर एवं गर्भवती महिला की एएनसी के दौरान मात्र 1 ही जांच करनें वाले 4 स्वास्थ्य कर्मियों पर कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा नाराजगी व्यक्त की जाकर स्पटीकरण तलब करने के निर्देश दिए है।
जिम्मेदारियों से बचनें जिला चिकत्सालय किया गया रेफर
ब्लॉक बहोरीबंद के उपस्वास्थ्य केन्द्र बरतरा में पदस्थ ए.एनएम रश्मि जायसवाल एवं सीएचओ देव सिंह तथा ब्लॉक बड़वरा के उपस्वास्थ्य केन्द्र गडौहा में पदस्थ एएनएम पूजा सिंह एवं सीएचओ निशा चौधरी द्वारा गर्भवती महिलाओं की ए.एन.सी के दौरान मात्र एक ही जांच की गई थी गर्भवती हाईरिस्क श्रेणी में नहीं होने के बाद भी जिम्मेदारियों से बचने हेतु जानबूझकर 108 एम्बुलेंस वाहन द्वारा जिला चिकित्सालय रेफर किये जाने पर कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को स्पष्टीकरण तलब करनें के निर्देश दिए गए है।
कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर के अठया ने उपस्वास्थ्य केन्द्र बरतरा में पदस्थ ए.एनएम रश्मि जायसवाल एवं सीएचओ देव सिंह तथा ब्लॉक बड़वरा के उपस्वास्थ्य केन्द्र गडौहा में पदस्थ एएनएम पूजा सिंह एवं सीएचओ निशा चौधरी को कारण बताओ नोटिस जारी कर 2 दिनों में जवाब प्रस्तुत करने की हिदायत दी गई है। जवाब संतोषप्रद नहीं पाए जाने पर इनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। जिसके लिए ये स्वतरू जिम्मेदार होंगी।
विदित हो कि कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार तथा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने सहित प्रसव के रेफरल प्रकरणों की निरन्तर समीक्षा की जा रही है। कलेक्टर अवि प्रसाद ने स्वास्थ्य महकमें को दो टूक हिदायत दी है, कि प्रसव के रेफरल प्रकरणों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। गर्भवती महिला की ए.एन.सी के दौरान निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत सभी जांचें करने तथा इन सब मामलों में कोताही बरतने पर कड़ी कार्यवाही किये जानें के निर्देश दे रखे है।
दो दिवस मंे प्रस्तुत करें जवाब