एक बार तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी ने कहा था हम एक रुपया यहाँ से भजते हैं, गरीबों के पास 15 पैसे ही पहुँचते हैं।
यह 85 पैसा किसके पास जाता था?
हमने DBT के माध्यम से सीधा गरीबों के जन-धन खातों में उनके हिस्से का पैसा पहुँचाने का कार्य किया।