कटनी कुपोषण के अभिशाप से बच्चों को मुक्त कराने कलेक्टर कटनी अवि प्रसाद द्वारा किए जा रहे अथक प्रयास लगातार रंग लाते नजर आ रहे हैं। कलेक्टर श्री प्रसाद के कुशल मार्गदर्शन और सतत मॉनिटरिंग में पोषण पुनर्वास केंद्र द्वारा किए जा रहे प्रयासों का ये असर है कि गत 7 माह में यहां दाखिल कुपोषित और अति कुपोषित बच्चे कुपोषण के खिलाफ जंग जीतकर पूर्णतः स्वस्थ हो चुके हैं।
गोद में लेकर बच्चों को किया दुलार
कलेक्टर श्री प्रसाद आज बुधवार की शाम करीब 4 बजे अचानक जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जिला चिकित्सालय स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने केंद्र में इलाजरत 10 कुपोषित बच्चों की स्वास्थ्य संबंधी प्रगति की जानकारी ली। साथ ही जनवरी 2023 से लेकर जुलाई 2023 तक केंद्र में दाखिल हुए कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में आए सुधार की समीक्षा की। इस दौरान केंद्र प्रभारी कशिश बत्रा ने बताया की इस 7 माह की अवधि में यहां 29 कुपोषित बच्चे दाखिल हुए थे, जिन्हें पर्याप्त पोषण डाइट उपलब्ध कराकर और सघन निरीक्षण में उपचार किया गया। जो अब पर्याप्त रूप से वजन ग्रहण कर पोषित की श्रेणी में आ चुके हैं। जिस पर कलेक्टर श्री प्रसाद ने प्रसन्नता व्यक्त की। इस दौरान उन्होंने यहां इलाजरत दो जुड़वा बहनों किरण चौधरी और चांदनी चौधरी को गोद में लेकर उन्हें दुलार भी किया और उनकी मां संध्या चौधरी निवासी ग्राम खडोला से केंद्र की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी भी हासिल की।
पर्याप्त देखरेख में दी जा रही फीडिंग संबंधी जानकारी
पोषण पुनर्वास केंद्र में दाखिल बच्चे की मां निधि काछी ने बताया कि उसे जुड़वा बच्चे हुए थे। जिन्हें दस्त लगने और वजन कम होने के कारण पोषण पुनर्वास केंद्र में भेजा गया था। जहां पर निधि को स्टाफ द्वारा बच्चों की सही तरीके से देखरेख और फीडिंग के बारे में न सिर्फ जानकारी दी गई बल्कि उसको प्रोत्साहित भी किया गया। केंद्र में प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा बच्चों और मां की अच्छी तरह से देखभाल की जा रही है। साथ ही उन्हें पर्याप्त पोषण आहार दिया जा रहा है। जिससे मां के दूध में बढ़ोत्तरी हो रही है। साथ ही उन्हें स्तनपान का महत्व और स्तन पान के सही तरीके के बारे में भी समझाया जा रहा है। कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा निरीक्षण दौरान यहां पर दाखिल ऐसे बच्चों की माताओं से भी बातचीत कर यहां की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली गई।
जिला चिकित्सालय की रसोई देख नाराज हुए कलेक्टर
कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा इससे पूर्व जिला चिकित्सालय के सभी वार्डों, ओपीडी, ऑपरेशन थियेटर आदि का बारीकी से मुआयना किया गया। इस दौरान जैसे ही कलेक्टर श्री प्रसाद जिला चिकित्सालय की रसोई में पहुंचे, वहां फैली गंदगी और अव्यवस्थाओं को देखकर खासे नाराज हुए। उन्होंने साफ सफाई न होने और अव्यवस्थाओं पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए सिविल सर्जन डॉ यशवंत वर्मा को फटकार लगाई तथा अविलंब व्यवस्थाओं में सुधार लाने और बेहतर साफ सफाई रखने के निर्देश दिए।
मरीजों से जाना अस्पताल का हाल
बुधवार की शाम अचानक जिला चिकित्सालय पहुंचे कलेक्टर श्री प्रसाद ने अस्पताल की व्यवस्थाओं का स्वयं तो जायजा लिया ही, साथ ही यहां भर्ती मरीजों से भी बातचीत कर अस्पताल की व्यवस्थाओं के बार में पूछताछ की। यहां पर भर्ती अनिल दहिया निवासी गुलवारा से उन्होंने डॉक्टर्स के विजिट, नर्सिंग स्टाफ के व्यवहार, उपलब्ध सुविधाओं और इलाज के संबंध में जानकारी प्राप्त की।