रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम । जिले में कृषि विभाग की सख्त निगरानी के बावजूद नकली खाद किसानों तक पहुंच रही है। जिसका खुलासा शनिवार को उस वक्त हुआ,जब किसानों ने सिवनी मालवा के कृषि विस्तार अधिकारी संजय पाठक को सूचना दी कि कोई बाहरी लोग किसानों के यहां सीधे नकली खाद बेच रहे हैं और एक मकान में कुछ बोरिया भी रखी हुई हैं। नकली डीएपी की खबर से क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
सूचना मिलते ही कृषि विस्तार अधिकारी पाठक सिवनी मालवा तहसील के बराखड़ कला गांव में पहुंचे और उस मकान पर जहां बोरिया रखी थी उसको खोल कर देखा और किसानों से पूछताछ की। तब लोगों ने बताया कि राजस्थान के व्यापारी यहां पर खाद बेचने का काम कर रहे हैं। पूछताछ करने पर खाद से संबंधित कोई भी दस्तावेज नहीं मिले। पुलिस की मौजूदगी में मकान के बाजू में बंद गोदाम की शटर का ताला तोड़ा गया और जांचने पर प्रथम दृष्टया मिट्टी नुमा नकली खाद पाई गई। इतनी बड़ी मात्रा में नकली खाद मिलने की सूचना तत्काल कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित एसडीएम, तहसीलदार, एसडीओपी को दी गई।
कृषि विस्तार अधिकारी ने जब दुकान मालिक से पूछा कि ये खाद किसकी है, तो उन्होंने बताया कि राजस्थान से कुछ लोग आए थे। उन्होंने गांव में बलवान खाद का प्रचार किया। खाद रखने के लिए हमसे दुकान ली गई थी। जब कृषि विस्तार अधिकारी पाठक ने फोन पर जो लोग खाद लेकर आये थे उनसे चर्चा की और परमिशन सहित दस्तावेज मांगे । साथ ही उन्हें मौके पर बुलाया गया तो वे बहाना बनाते रहे और नहीं आए। इसके बाद कृषि अधिकारी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस व ग्रामीणों की उपस्थिति में दुकान का ताला तोड़ा। दुकान में नकली खाद भरी हुई थी। ग्रामीणों की माने तो खाद की जगह बोरियों में शुद्ध मिट्टी भरी हुई है। इसे जब पानी में डाला गया तो पूरी मिट्टी घुल गई। श्री पाठक ने बताया कि गांव में डीएपी के नाम पर नकली खाद जो पूरी तरह मिट्टी है उसको बेचा जा रहा था। ग्रामीणों के अनुसार करीब एक ट्रक माल आया है गोदाम को फिलहाल सील कर दिया गया है। बोरियों की संख्या की गिनती के उपरांत ही वास्तविक स्थिति बताई जा सकती है।उप संचालक कृषि जेआर हेडाऊ ने बताया कि सिवनीमालवा में नकली खाद पकड़े जाने की जानकारी है। सोमवार को अधिकृत जानकारी दी जाएगी। फिलहाल सिवनी मालवा के कृषि अधिकारी जांच कर रहे हैं।