कटनी (07 जून ) – कलेक्टर अवि प्रसाद ने जल जीवन मिशन सहित स्कूलों एवं आंगनबाडियों में नल कनेक्शन प्रदाय करने के कार्याे में कोताही बरतनें वाले तत्कालीन कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एस.एल.कोेरी के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करनें का प्रस्ताव प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी विभाग भोपाल को भेजा है।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने बुधवार को लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर तत्कालीन कार्यपालन यंत्री के विरूद्ध कार्यवाही करनें का प्रस्ताव प्रेषित किया है। प्रेषित प्रस्ताव में उल्लेखित किया गया है कि तत्कालीन कार्यपालन यंत्री श्री कोरी जो वर्तमान मे बेगमगंज जिला रायसेन मंे पदस्थ है
उनके कटनी पदस्थापना के दौरान उन्होनें स्कूलों और आंगनबाडी केन्द्रों में तय समय -सीमा में नल-जल कनेक्शन प्रदान करने के मामले में गंभीरता से कार्य नहीं किया, जिससे अपेक्षित प्रगति नहीं आ पाई। श्री कोरी द्वारा समय- समय पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिये गए निर्देशों के बाद भी अपने पदीय दायित्वों एवं कर्तव्यों का निर्वहन न कर वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों एवं निर्देशों की अवहेलना कर शासन द्वारा संचालित महत्वपूर्ण नल जल योजना के तहत प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त कार्यों को भी पूर्ण करने में उदासीनता बरती गई जिससे योजना का सफल क्रियान्वयन बाधित हुआ है।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने भेजे प्रस्ताव में उल्लेखित किया है कि जल जीवन मिशन के कार्याे की समीक्षा के दौरान कतिपय ठेकेदारों द्वारा कार्यादेश जारी होने के बाद भी निर्धारित समयावधि में कार्य पूर्ण नहीं किया गया। साथ ही 8 फरवरी को संभागायुक्त जबलपुर द्वारा वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान श्री कोरी द्वारा भ्रामक एवं गलत जानकारी दी गई। उन्होनें बताया था कि कार्य प्रारंभ नहीं करने वाले ठेकेदारों के विरूद्ध कार्यवाही हेतु अधीक्षण यंत्री पी.एच.ई. को पत्र प्रेषित कर दिया गया है। लेकिन जब पत्र की कापी मांगी गई तो पत्र 10 फरवरी को प्रेषित होना पाया गया।इस प्रकार श्री कोरी द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भ्रामक जानकारी देने एंव उनसे झूठ बोलने जैसे पदीय कर्तव्यों के विपरीत कार्य के लिए 15 फरवरी को स्पष्टीकरण चाहा गया। जिसका जवाब आज तक अप्राप्त है। इसी प्रकार ग्राम हरदुआ के नलजल योजना के कार्याे का निरीक्षण के दौरान वाटर सप्लाई हेतु डाले गए पाईप अमानक पाए गए एवं पाईप क्षतिग्रस्त होने के कारण पेयजल आपूर्ति ठीक तरीके से नहीं हो पा रही है। इस संबंध में 11 अप्रैल को पत्र जारी कर श्री कोरी से जवाब मांगा गया। लेकिन उनके द्वारा अब तक जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया। इसलिए श्री कोरी के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने का प्रस्ताव पी.एच.ई के प्रमुख सचिव के पास कलेक्टर श्री प्रसाद नें भेज दिया है।