रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। मध्य प्रदेश सरकार के डीजीपी और पुलिस विभाग के मुखिया सुधीर सक्सेना का आज नर्मदापुरम आगमन हुआ। इस दौरान उन्होंने नर्मदापुरम रेंज के आईजी ईरशाद वली और एसपी डॉ गुरकरन सिंह के साथ समीक्षा बैठक की। जिसमें गंभीर विषयों पर समीक्षा की गई और डीजीपी द्वारा सख्त दिशा निर्देश भी विषय वस्तु को लेकर दिए गए हैं।समीक्षा बैठक के उपरांत
डीजीपी श्री सक्सेना ने मीडिया से रूबरू होकर कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार सभी जिलों में सभी प्रकार के माफियाओं,गुंडों और बदमाशो के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि नर्मदापुरम जिला और बुधनी विधानसभा जोकि नर्मदा नदी पल्लेपार जोशीपुर क्षेत्र कहलाता है जहां पर दिन-रात रेत माफिया खुलेआम ट्रैक्टर से मां नर्मदा का सीना छलनी कर रहे हैं। आज शनिवार को जब पुलिस विभाग के मुखिया डीजीपी सुधीर सक्सेना का नर्मदापुरम आगमन हुआ तो सर्किट हाउस घाट से पल्ले पार बुदनी क्षेत्र में जोशीपुर बघवाड़ा क्षेत्र में सक्रिय रेत माफिया आज सुबह से गायब नज़र आए। बुधनी क्षेत्र में दिन-रात ट्रैक्टरों से बीच नर्मदा नदी में घुसकर रेत का दिन-रात दोहन करने वाले रेत माफिया आज गायब रहे, जो खासा सुर्खियों में है। जिसको लेकर लोगों के बीच खासा चर्चा का विषय भी बन गया । आश्चर्य का विषय तब और होता है जब जिले में खनिज साधन मंत्री के आगमन के दौरान भी पल्लेपार रेत माफिया सक्रिय नजर आते रहे हैं। आज डीजीपी के आगमन पर रेत माफियाओं का गायब होना लोगों के बीच कौतूहल का विषय रहा। आम जनता ने कहा कि माननीय डीजीपी साहब यदि ऐसे ही निरंतर दौरे करते रहेंगे तो निश्चित ही मां नर्मदा में घुसने की रेत माफियाओं की हिम्मत नहीं होगी। आश्चर्य का विषय है कि बुधनी क्षेत्र में जवाबदार अधिकारियों के रहने के बावजूद रेत का अवैध उत्खनन अभी तक बीच नर्मदा से बंद नहीं हो सका है और जबकि उक्त क्षेत्र प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विधानसभा क्षेत्र भी है।