शहर में मंगलवार को एनआईए और एटीएस की टीम ने दबिश देकर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। जिसकी पहचान एफडीडीआई के एचओडी अब्दुल करीम के रूप में हुई है। बताया जाता है कि अब्दुल करीम पिछले 13 सालों से एफडीडीआई में मैकेनिकल एचओडी के रूप में पदस्थ था। जो स्लीपर सेल की गतिविधि में शामिल था। आज एनआईए और एटीएस की टीम ने तीन जगह छापामार कार्रवाई की है। जिसमें भोपाल में 10, छिंदवाड़ा में 1 और हैदराबाद में 5 हिज़्ब उत तहरीर के सदस्य पकड़ाए है। यह संगठन विश्व में शरिया कानून लागू करने का समर्थक है। यह संगठन भारत में गोपनीय रूप से मुस्लिम नौजवान में खिलाफत की विचारधारा को फैलाने के लिए और संगठन के विस्तार के लिए कार्य कर रहा था। संगठन में जुड़े विभिन्न देशों में हिंसक कृत्यों में शामिल रहे है। यह संगठन 50 से अधिक देशों में सक्रिय और 16 से अधिक देशों में प्रतिबंधित है। बताया जाता है कि तलाशी के दौरान भारी मात्रा में तकनीकी उपकरण, देश विरोधी एवं जिहादी साहित्य, विस्फोटक बनाने का साहित्य और सामग्री तथा डिजिटल दस्तावेज बरामद हुए। छिंदवाड़ा में इस तरह की घटना होने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। बता दें कि अब्दुल करीम नूरी मस्जिद के आसपास का निवासी बताया जा रहा है। वहीं इस मामले में जब एफडीडीआई के स्थानीय प्रबंधन से चर्चा की तो उन्होंने ऐसी कोई जानकारी होने से इंकार किया है। हालांकि प्रबंधन ने माना है कि आज सुबह से अब्दुल करीम का मोबाइल और उनके परिवार के सदस्यों के मोबाइल बंद है और वे इंस्टीट्यूट भी नहीं आए है।
*संवाददाता शुभम सहारे छिंदवाड़ा*