रिजवान मंसूरी रिपोर्टर
सिहोरा/जबलपुर
प्रधानमंत्री आवास योजना का प्रथम उद्देश्य था समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक इस योजना का लाभ पहुंचाना. सिहोरा में इस योजना का लाभ कुछ लोगों तक तो पहुंचा लेकिन कुछ मजदूर और मजबूर गरीब लोगों तक इसका लाभ अभी तक नहीं पहुंच पा रहा है. वार्ड क्रमांक 15 के कुछ लोगों का कहना है कि आवास योजना के प्रभारी उपयंत्री नमन श्रीवास्तव जरूरत से ज्यादा चक्कर लगवा रहे हैं. सिहोरा नगरपालिका में 2 से 3 साल से लोग यहां के चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन आवास योजना का लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है. लिस्ट में नाम आ गया है लेकिन पैसा या किस्त अभी तक प्राप्त नहीं है.
पीड़ित सुभाष एवं उनकी पत्नी का कहना कि वह कच्चे घर में रहता है पन्नी तान कर रहता है. आधा घर गिर चुका है.बरसात में चाहे जब उसका मकान गिर सकता है. 3 साल से चक्कर काट रहा हूं लेकिन उपयंत्री द्वारा हमेशा लटकाया जाता है. उसके बाद के लोगों का पैसा आ गया लेकिन उसका अभी तक नहीं आया है. पार्षद अंकुश नायक का कहना है कि आवास योजना का कार्य बहुत धीमी गति से चल रहा है. हितग्राहियों को बेवजह भटका या जाता है. आवास योजना के कार्य में तेजी आना चाहिए
.यूं तो मध्यप्रदेश शासन कैंप लगाकर शासन की योजनाओं का लाभ पात्र
हितग्राही तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है.
लेकिन इसके उलट यह देखा जा रहा है. कुछ शासकीय कर्मचारी शासन की योजनाओं को पलीता लगाने में मशगूल हैं. . जबकि मध्यप्रदेश शासन के स्पष्ट आदेश हैं कि पात्र हितग्राहियों को उनकी सक्षम योजना का लाभ पात्र व्यक्ति तक जरूर पहुंचाया जाए. जबलपुर कलेक्टर महोदय को ऐसी योजनाओं की समीक्षा कर ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करना चाहिए.