सीएसआर से बदलेगी गांवों की तस्वीर
कटनी। कहते हैं न “जहां चाह है, वहां राह है”, बस जरूरत है तो उस जज्बे और जुनून की, जो चाहत के समंदर को सूखने न दे। ऐसा ही कुछ परिदृश्य इन दिनों कटनी जिले में नजर आ रहा है। जहां हर मोर्चे पर कलेक्टर अवि प्रसाद एक के बाद एक नवाचार कर जिले के शहरी इलाकों से लेकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्र तक की तस्वीर बदलने के प्रयास में जुटे हुए हैं। अब इन्हीं कोशिशों को और पैनापन देते हुए वे कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी (सीएसआर) फंड की मदद से गांवों की नई तस्वीर गढ़ने में जुट गए हैं।
*कलेक्टर के आह्वान पर औद्योगिक संगठनों ने खोले हाथ, पहली बार 8 करोड़ के पास पहुंचा सीएसआर फंड*
यूं तो पिछले कई वर्षों से सीएसआर फंड से जिले के विकास में समुचित कार्य किए जाते रहे हैं, लेकिन इस बार कार्ययोजना व्यवस्थित, प्रयास सम्मिलित और उत्साह दुगना नजर आ रहा है। जिले के कई बड़े औद्योगिक संगठनों सहित अन्य उद्योगपतियों ने कलेक्टर कटनी अवि प्रसाद की कार्ययोजना पर विश्वास और सहमति जताते हुए खुले दिल से इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। पहली बार जिले में सीएसआर फंड के जरिए विकास के लिए करीब 8 करोड़ का फंड और विस्तृत कार्ययोजना सामने आई है। कलेक्टर अवि प्रसाद के आह्वान और प्रेरणा से कुटेश्वर माइन्स गैरतलाई द्वारा कुल 415.50 लाख, एसीसी कैमोर द्वारा करीब 168 लाख, गुगालिया चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 35.75 लाख, अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड द्वारा 25 लाख, जेके व्हाइट ग्राम रूपोंध द्वारा 20 लाख, एवरेस्ट कैमोर द्वारा करीब 20 लाख के सीएसआर फंड के उपयोग की विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत की गई है। इसके साथ ही वॉल प्लास्ट, कैल्ड्रीज इंडिया, अजय फूड प्राइवेट लिमिटेड, शारदा वॉल वेयर सहित अन्य औद्योगिक संगठनों ने करीब 1 करोड़ के सीएसआर फंड के प्रस्ताव तैयार किए हैं।
*पिछली बैठक में कलेक्टर ने जताई थी कड़ी नाराजगी*
उल्लेखनीय है की कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी की गत 24 मार्च को हुई बैठक में कलेक्टर अवि प्रसाद ने सीएसआर फंड के उपयोग को लेकर विस्तृत कार्ययोजना के अभाव, बिना किसी विजन के बैठक में उपस्थित औद्योगिक संगठनों और गंभीर प्रयासों की कमी को लेकर कड़ी नाराजगी व्यक्त की थी। साथ ही सभी औद्योगिक संगठनों और जिला प्रबंधक उद्योग और व्यापार केंद्र को 4 सप्ताह का समय देते हुए अगली बैठक में विस्तृत कार्ययोजना सहित उपस्थित होने निर्देशित किया था।
*ऐसे बढ़ाया औद्योगिक संगठनों का हौसला*
कलेक्टर श्री प्रसाद ने नवाचार करते हुए सभी औद्योगिक संगठनों को सीएसआर फंड के उपयोग से संबंधित कार्यक्षेत्र चुनने की स्वतंत्रता प्रदान की। कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा उन्हें ग्रामीण अंचलों में अपने मनपसंद विकास कार्यों को करने प्रोत्साहित किए जाने के बाद सभी औद्योगिक संगठन दुगने उत्साह के साथ इसमें जुट गए और 4 सप्ताह बाद गत दिवस कलेक्टर सभागार में आयोजित सीएसआर बैठक में विस्तृत कार्ययोजना के साथ उपस्थित हुए।
*कुछ यूं गढ़ी जायेगी विकास की नई इबारत*
कलेक्टर श्री प्रसाद के सक्रिय और सकारात्मक प्रयास के बलबूते सीएसआर मद से जिले में विकास की नई इबारत लिखने की तैयारियां शुरू हो चुकी है। कुटेश्वर माइन्स गैरतलाई द्वारा 415.50 लाख की सीएसआर मद कार्ययोजना में 28 लाख रुपए कोर प्रोजेक्ट, 293.50 लाख रुपए कमिटेड प्रोजेक्ट और 94 लाख रुपए नए प्रोजेक्ट के लिए प्रस्तावित किए गए हैं। कोर प्रोजेक्ट में माइन्स के पानी को सिंचाई के लिए गैरतलाई और कोनिया गांव के तालाबों तक पहुंचाने और स्वास्थ्य शिविर के आयोजन शामिल है। वहीं कमिटेड प्रोजेक्ट में शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, खेल गतिविधियों, कला और संस्कृति, ग्रामीण क्षेत्र में सड़कों की मरम्मत और कुटेश्वर माइन्स के आसपास के गांवों में बुनियादी सुविधा के लिए आरक्षित कर प्रस्तावित हैं। वहीं दिव्यांगों के लिए कृत्रिम उपकरण वितरण, गैरतलाई के आदिवासी सामुदायिक भवन में प्रसाधन कक्षों के निर्माण, गैरतलाई, जारारोड़ा और कुनिया गांव में पेयजल आपूर्ति, आदिवासी सामुदायिक भवन के जीर्णोद्धार, कुनिया तालाब में घाट निर्माण, शाला सह सामुदायिक भवन निर्माण, जारारोड़ा ग्राम पंचायत क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट, आदिवासी मोहल्ला में सामुदायिक भवन निर्माण, प्राथमिक शाला में बाउंड्रीवाल निर्माण, आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में रंगमंच निर्माण, जलनिकासी व्यवस्था और वृक्षारोपण कार्यक्रम को नए प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है। एसीसी कैमोर द्वारा प्रस्तुत सीएसआर मद कार्ययोजना में गांवों में मार्गों का निर्माण, यात्री प्रतीक्षालय, दो आंगनबाड़ी केंद्रों की मरम्मत, तीन आंगनबाड़ी केंद्रों में बाला कार्यक्रम का इंप्लीमेंट, अमेहटा गांव में टॉयलेट ब्लॉक निर्माण, पानी की टंकी और पाइप लाइन विस्तारीकरण कर पेयजल उपलब्धता, स्कूलों में बालिकाओं के लिए पृथक प्रसाधन कक्ष, विद्यार्थियों के लिए डेस्क बेंच, खेल प्रशिक्षण, जन स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर को मदद, तीन स्थलों में स्थाई चेकडैम, बड़ारी, सलैया कोहरी, कलहेरा, अमहेटा, अमुवारी, खरखरी और पडखुरी में पुराने तालाबों के गहरीकरण कर उनमें वाटर रिचार्ज सहित अन्य गांवों में पानी की उपलब्धता के लिए कार्य सहित कुल 1 करोड़ 67 लाख 82 हजार 258 रुपए के सीएसआर मद की कार्ययोजना प्रस्तुत की गई है। गुगलिया चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा लखापतेरी क्षेत्र में वाटर टैंकर सर्विस, मुक्तिधाम में बैठक व्यवस्था, निष्पादित कुओं का संरक्षण, गुदरी गांव में आंगनबाड़ी केंद्र का जीर्णोद्धार, आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों के लिए खिलौने और खेल सामग्री, माध्यमिक शाला में शिक्षकों की व्यवस्था, मुक्तिधाम में बैठक व्यवस्था, माध्यमिक स्कूल गुदरी में टेबल बेंच और सामुदायिक भवन निर्माण से संबंधित कार्ययोजना दी गई है। इसके अलावा अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड द्वारा ग्राम टिकारिया में सामुदायिक हाल, पथवारी में रंगमंच, बिजौरी में मंगल भवन, ग्राम झांसी बिजोरी, भजिया और झरेला में सामुदायिक भवन निर्माण की कार्ययोजना प्रस्तुत की। जेके व्हाइट रूपोंद द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी सुविधाओं, जनजागरूकता सहित ग्रामीण जीवन स्तर सुधारने की मूलभूत जरूरी व्यवस्थाओं से संबंधित कार्ययोजना प्रस्तुत की।
*इन्होंने लिया स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में कार्य का दायित्व*
एवरेस्ट कैमोर द्वारा तंबाखू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रम और सेनिटाइजेशन संबंधी कार्ययोजना प्रस्तुत की गई है। वहीं शारदा वॉल केयर और अजय फूड प्राइवेट लिमिटेड द्वारा जिला अस्पताल में मरीजों के लिए डेजर्ट कूलर, कुपोषित बच्चों और आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की व्यवस्थाओं से संबंधी कार्ययोजना में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। केल्ड्रीज इंडिया द्वारा कलेक्टर श्री प्रसाद के लाइब्रेरी संबंधी नवाचार में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते जिले के सभी छ्त्रावासों में व्यवस्थित लाइब्रेरी विकसित करने का दायित्व अपने हाथों में लिया है।