रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम । नगर के बार्ड 13 आदर्श नगर में पम्प आपरेटर मीना जी को बार्ड में घूम रहे आवारा बैल ने पम्प चालू करते समय उठाकर फेक दिया। जिससे उनकी कमर में बड़ा घाव एवं बहुत खून बहा ,जानकारी लगते ही तुरंत पूर्व पार्षद अतुल भंडारी ने घायल पंप आपरेटर को सुबह सेठा अस्पताल पहुंचाया । पूर्व पार्षद ने नगर पालिक प्रशासन से निवेदन किया है कि शीघ्र ही इन आवारा पशुओं को हाका गैंग भेज कर उचित जगह पहुंचने का प्रवंध करें। वॉर्ड 13 और वॉर्ड 14 में आवारा मवेशियों को पकड़ने के लिए नगर पालिका के हाका गैंग को निर्देशित करे। निरन्तर आवारा मवेशियों से दुघर्टना हो रही है। आपको बता दे कि जिला मुख्यालय पर आवारा मवेशियों की धमाचौकड़ी से नगर में लोग परेशान हो रहे हैं। नगर पालिका परिषद का गठन होने के बाद से भी हालात में सुधार होते नजर नहीं आ रहे हैं। नगर पालिका ने हाका गैंग की कमान दूसरे के हाथ में सौंपी है, उसके बाद भी नगर के वार्डों में आवारा मवेशियों की धमाचौकड़ी कम नहीं हो रही है। आदर्श नगर, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, सुधार न्यास कॉलोनी, में आवारा मवेशियों द्वारा लोगों के घरों के सामने धमाचौकड़ी मचाते हैं। पेड़ पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं। पार्कों की तार फेंसिंग तोड़ रहे हैं। लोगों की गाड़ियां गिरा देते हैं । आज सुबह हद तब हो गई जब वार्ड 13 में पंप ऑपरेटर मीना जी पर ही सांड ने हमला कर दिया। वार्ड के पूर्व पार्षद अतुल भंडारी ने तत्परता दिखाकर पंप ऑपरेटर श्री मीणा को निजी अस्पताल सेठा जी के यहां भर्ती करवाया। नगर पालिका अध्यक्ष सहित नगर पालिका सीएमओ और हाका गैंग प्रभारी से आग्रह है कि हाउसिंग बोर्ड और न्यास कॉलोनी में आवारा मवेशियों सहित लोगों द्वारा अपने घरों में पाले गए जानवरों के संबंध में जांच कर वैधानिक कार्यवाही करें अथवा मवेशियो के हमले में किसी की जान भी जा सकती है ? नगर पालिका प्रशासन को हाका गैंग प्रभारी का मोबाइल नंबर सामने करना चाहिए ताकि किसी वार्ड में आवारा मवेशी सक्रिय हैं तो तत्काल उन्हें सूचना दी जा सके। बताया तो यह भी जाता है कि हाका गैंग मुख्य सड़कों से आवारा मवेशियों को हांक कर वार्डो में रहने वालों की तरफ कर देती है जिससे वार्डो में छोटे-छोटे बच्चों पर भी आवारा मवेशियों के हमले का खतरा बढ़ गया है। कुछ माह पूर्व भी कलेक्ट्रेट गेट के पास एक वरिष्ठ पत्रकार साथी पर भी सांड ने हमला कर दिया था, जिसके बाद उनके इलाज में हजारों रुपए खर्च हुए,पूरा परिवार परेशान हुआ और उन्हें लीडिंग अखबार की ब्यूरो चीफ पद भी गंवाना पड़ा। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, आखिर नगर के नागरिकों की जान माल की आवारा मवेशियों से सुरक्षा करने वाली नगर पालिका परिषद कब आवारा मवेशियों को लेकर गंभीर होगी , इस पर बड़े सवाल हैं?? नगर पालिका प्रशासन को वार्ड में मवेशी पाल रहे लोगों की भी सूची तैयार करनी होगी और आवारा घूमते पाए जाने पर तत्काल स्पॉट पर ही जुर्माना लगाया जाना चाहिए। आखिर नगर पालिका प्रशासन क्यों कार्यवाही नहीं कर पा रहा है यह बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है और आवारा मवेशी निरंतर हमलावर हो रहे हैं?? जबकि वार्ड वासियों ने भी कई शिकायत पहले भी कर चुके है वार्ड हाउसिंग बोर्ड कालोनी के घरों में कई लोगो ने मवेशी पाल रखे है और सुबह से खोल देते है जिससे ये मवेशी धमाचौकड़ी रात दिन मचाते है। ऐसे मवेशी पलको को नोटिस देकर कारवाई करना चाहिए।