रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता
राज्य के पूर्व मंत्री मधुकर राव हर्णें का बीती रात शुक्रवार को 88 साल की उम्र में निधन हो गया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता व स्वर्गीय हर्णे राष्ट्रीय स्वयं संघ के स्वंयसेवक रहे और आजाद भारत में लगे आपातकाल के विरोध में लोकतंत्र सैनानी (मीसाबंदी) के रूप में कार्य किया। वे होशंगाबाद विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी से तीन बार विधायक एवं एक बार राज्यमंत्री रहे। वे मध्यप्रदेश भाजपा के संस्थापक सदस्यों में शामिल थे। सुंदरलाल पटवा सरकार में राजस्व राज्यमंत्री और शिवराज सरकार में विधायक और बीज निगम के अध्यक्ष रहे। उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए बीजेपी कार्यालय लाया गया। जहां पर कृषि मंत्री कमल पटेल, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा, पूर्व मंत्री सरताज सिंह, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष माया नारोलिया, विधायक ठाकुर विजयपाल सिंह, ठाकुरदास नागवंशी, प्रेमशंकर वर्मा सहित कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। राजघाट में राजकीय सम्मान के साथ उनके बड़े बेटे प्रशांत ने मुखाग्नि दी।
उनके निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री दादा मधुकर राव हर्णे जी के रूप में मध्यप्रदेश ने अपने एक अमूल्य रत्न को खो दिया। उनका सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र सेवा और समाज के कल्याण के लिए समर्पित था। जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी को नर्मदापुरम संभाग में स्थापित करने में उनका अतुलनीय योगदान था। दादा बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे, देशभक्ति के गीत जब वह गाते, तो लोग जोश से भर जाते। आज भी उनके गाये गीत प्रेरणा देते हैं और उनकी वो हंसी आज भी हृदय में बसी है, जो किसी भी माहौल को प्रेम से भर देती थी, अब ये हँसी हमसे दूर चली गयी है। सदैव मार्गदर्शन और आत्मबल बढ़ाने वाले स्वाभाव के रहे है दादा।नर्मदापुरम उनके अतुलनीय कार्यों और सेवा को नहीं भुला सकेंगे। कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि वे जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी के सफर में हमेशा गरीबों, किसानों के लिए लड़ते रहे। वे ऐसे विरले नेता थे जिनका सम्मान सभी करते, वे अजातशत्रु थे। विरोधी दल के लोग ही उनका सम्मान करते थे। उन्होंने राजनीति के माध्यम से समाज सेवा की। सीतासरन शर्मा ने कहा कि वास्तव में उनके जाने से पार्टी के एक युग का अंत हो गया। वे सिर्फ नर्मदापुरम के ही नहीं पूरे प्रदेश के नेता थे। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को बीज रूप से सींचा और बड़े वटवृक्ष के रूप में स्थापित किया।
हर्णे के निधन से पूरे क्षेत्र में शोक छा गया। दादा का पार्थिव शरीर उनके निवास मोरछली चौक से भाजपा जिला कार्यालय में लाया गया। जहाँ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश एवं जिले से आए हुए मंत्री, विधायक, प्रदेश पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं सहित जिले के समाजसेवी गणमान्य नागरिकों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये।
अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया –
शनिवार दोपहर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ माँ नर्मदा के तट पर बने राजघाट पर दादा हर्णे को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटैल ने उन्हे श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि दादा मधुकर हर्णे ने त्याग, तपस्या और संघर्ष के साथ जनसंघ से लेकर भाजपा के छोटे से पौधे को आज वटवृक्ष बनाया है। वहीं कार्यकर्ता आज पार्टी की विचारधारा को आगे बढ़ा रहे है। आज भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है। इसी दौरान जिलाध्यक्ष माधवदास अग्रवाल ने कहा कि दादा हर्णे भले ही भौतिक रूप से आज हमारे बीच नही रहे है लेकिन राष्ट्रसेवा के लिये उनके विचार हमेशा हमारे जीवन में बने रहेंगे। विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा, विजयपाल सिंह, प्रेमशंकर वर्मा, ठाकुरदास नागवंशी, माया नारोलिया, दर्शनसिंह चौधरी, सरताज सिंह सहित अन्य पार्टी वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भी उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये।
जिला मीडिया प्रभारी अमित माहाला ने बताया कि मधुकर राव हर्णे छात्र जीवन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे। मोरछली चौक की हर्णे गली स्थित उनके निवास में आरएसएस स्वयंसेवकों और पदाधिकारियों का आना-जाना लगा रहता था। बाद में वे जनपद अध्यक्ष और फिर बीजेपी से विधायक व मंत्री भी बने। सुंदरलाल पटवा की सरकार में वे राजस्व विभाग के राज्य मंत्री रहे। सन 2008 में उन्हें बीज निगम का अध्यक्ष बनाया गया। पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेताओं से उनके आत्मीय संबंध थे। पीएम नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलबिहारी बाजपेई, स्व. कुशाभाऊ ठाकरे, प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित राज्य एवं केन्द्र के नेताओं से उनके घनिष्ठ संबंध रहे।