कलेक्टर की प्रेरणा से अब अनाथ बच्चों का जीवन संवारेंगे औद्योगिक घराने
कटनी। “मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर, लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया” गजल का यह मुखड़ा इन दिनों कटनी कलेक्टर अवि प्रसाद पर पूरी तरह उपयुक्त साबित हो रहा है। अनाथ बच्चों की शिक्षा दीक्षा जैसे पुनीत कार्य के लिए कलेक्टर श्री प्रसाद के द्वारा किए जा रहे प्रयासों और कार्यों से प्रेरित होकर अब उनके हाथों को मजबूत करने जिले के कई औद्योगिक घरानों ने अपने हाथ आगे बढ़ाए हैं। इन्ही सम्मिलित प्रयासों से सेवा संकल्पित कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा अनाथ बच्चों के जीवन में खुशियों का उजाला भरने 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने तक सहायता राशि उपलब्ध कराने नवाचार कटनी जिले में शुरू किया गया है।
*अनाथ बच्चों के लिए आशा की नई किरण*
अपने अभिभावकों को खो चुके कटनी जिले के इन असहाय बच्चों के जीवन में कलेक्टर श्री प्रसाद आशा की एक किरण बनकर उभरे हैं। ऐसे असहाय बच्चों की शिक्षा से लेकर परवरिश में आर्थिक तंगी रोड़ा न बने इसके लिए उन्होंने शासन द्वारा चलाई जा रही स्पॉन्सरशिप योजना को कटनी जिले में और अधिक असरदार बनाते हुए एक नवाचार शुरू किया है। जिससे अब ऐसे बच्चों को सिर्फ एक साल के लिए नहीं बल्कि बालिग होने तक निजी स्पॉन्सरशिप योजना का लाभ मिलता रहेगा।
*मील का पत्थर साबित होगा यह नवाचार*
कोविड 19 से प्रभावित परिवारों के ऐसे बच्चों जिन्होंने अपने किसी एक पालक को खो दिया था, उनके पालन के लिए संचालनालय महिला एवं बाल विकास म प्र भोपाल के निर्देशानुसार जिले के 69 बच्चों को निजी स्पॉन्सरशिप अंतर्गत लाभान्वित किए जाने का कार्य किया जा रहा है। लेकिन इस योजना में ऐसे बच्चों को सिर्फ एक वर्ष तक मिलने वाली सहायता को और अधिक व्यापक और प्रभावी कैसे बनाया जाए, जिससे इन बच्चों का जीवन संवर सके। इसके लिए संवेदनशील और सहृदयी कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा निरंतर चिंतन किया जा रहा था और इसी विचार मंथन से इस नवाचार का रास्ता निकला। जिससे अब ऐसे अनाथ बच्चों को एक वर्ष की सीमित अवधि के लिए नहीं बल्कि उनके बालिग होने तक 2 हजार रुपए प्रतिमाह की आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी। कलेक्टर अवि प्रसाद का यह नवाचार ऐसे बच्चों के जीवन को संवारने के लिए जहां मील का पत्थर साबित होगा वहीं कटनी जिला प्रदेश का ऐसा पहला जिला होगा जहां निजी स्पॉन्सरशिप के जरिए बच्चों को बालिग होने तक यह आर्थिक मदद मिल सकेगी।
*औद्योगिक संगठनों ने उठाए हाथ*
कलेक्टर अवि प्रसाद के आह्वान और प्रेरणा से ऐसे अनाथ बच्चों का जीवन संवारने विभिन्न औद्योगिक संगठनों और व्यक्तियों द्वारा अपने हाथ आगे बढ़ाए हैं। जिनके द्वारा इन बच्चों को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने तक हर माह 2 हजार रुपए की आर्थिक सहायता सीएसआर के जरिए देने का संकल्प लिया है। जिनमें एसीसी कैमोर द्वारा 20, महाकौशल रिफेक्ट्रीज द्वारा 10, अल्ट्राटेक आदित्य बिरला ग्रुप उद्योगपति मनीष गई और उद्योगपति पवन मित्तल द्वारा 5-5 बच्चों को अनाथ बच्चों को गोद लिए जाने का संकल्प लिया गया है।
*निजी स्पॉन्सरशिप में अब नहीं होगी धन की कमी*
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021-22 के लिए जिले के 69 बच्चों को 1 वर्ष के लिए लिए निजी स्पॉन्सरशिप योजना से लाभान्वित करने महिला एवम् बाल विकास विभाग को 15 लाख 98 हजार की राशि आवश्यकता थी। लेकिन रेडक्रॉस सोसायटी, विस्टा सेल्स प्राइवेट लिमिटेड, अल्ट्राटेक आदित्य बिरला ग्रुप, एसीसी कैमोर, वनश्री कुर्वेती और प्रीतिमा गौतम द्वारा दी गई आर्थिक सहायता के बावजूद सिर्फ 10 लाख 8 हजार की राशि ही इक्कठी हो सकी थी। शेष राशि को पूरा करने कलेक्टर श्री प्रसाद ने विभिन्न औद्योगिक संगठनों से सीएसआर के जरिए राशि प्राप्त करने का आह्वान किया था। कलेक्टर श्री प्रसाद की इस मार्मिक पहल से कई औद्योगिक घराने आगे आए हैं।