रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। शासकीय ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय नर्मदा पुरम में भारत रत्न डॉ. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संभागीय उपायुक्त जनजाति कार्य श्री जे पी यादव ने उपस्थित विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहब अंबेडकर हर उस व्यक्ति के उद्धार के पक्षधर थे जो वंचित और शोषित थे। दलित, आदिवासी और पिछड़ा वर्ग के कल्याण के साथ-साथ भी महिलाओं की तरक्की भी चाहते थे। बाबा साहब ने कहा था कि “किसी समाज की तरक्की इस बात से मापी जाती है,उस समाज या देश में महिलाओं ने कितनी प्रगति की। बाबा साहब समता और समानता के पक्षधर थे। उनकी यही सोच विधान निर्माण में समाहित हुईं। आज दलित, शोषित और महिलाओं ने जो प्रगति की है वे उसी सोच का परिणाम हैँ। सभी सरकारें बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा तैयार किए गए संविधान में उल्लेखित लोक कल्याण के प्रावधानों को लागू कर अंतिम छोर के व्यक्तियों को आगे लाने का प्रयास कर रही हैं। श्री यादव ने बताया कि बाबा साहब अंबेडकर अद्भुत बुद्धिमान थे। वे राजनेता, अर्थशास्त्री, समाजशास्त्री, विधिवेत्ता उच्च कोटि के विचारक थे, इसी कारण संविधान निर्माण की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई थी। उनके द्वारा निर्मित संविधान की बहुत सी बातों को विश्व के अनेक देशों ने अपने संविधान में समाहित किया है। बाबा साहब केवल भारत में ही नहीं विश्व भर में समता और समानता और ज्ञान के प्रतीक के रूप पहचाने और सम्मानित किये जाते हैँ। डॉक्टर अंबेडकर को पढ़ने का बहुत शौक था यही कारण उनकी व्यक्तिगत लाइब्रेरी में 30,000 से अधिक पुस्तकें थी। बहुत सारी डिग्रियां और उपाधियां मिलना उनके ज्ञान के उच्चतम स्तर को अभिव्यक्त करती हैँ।शिक्षकों और विद्यार्थियों को रीडिंग हैबिट ( पढ़ने की आदत) विकसित करना चाहिए। पढ़ने से ही विचार उत्पन्न होते हैं और जीवन सरल बनता है। श्री यादव उपस्थित विद्यार्थियों से कहा कि जिस विद्यालय में आप पढ़ते हैं उच्च विद्यालय की कल्पना भी बाबा साहब अंबेडकर के विचारों से प्रभावित है। आपको अवसर मिला है कि इस विद्यालय में पढ़कर ,समय का सदुपयोग कर अपने जीवन को संवारे। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने बाबा साहब के जीवन और कृतित्व पर आधारित वक्तव्य दिए तथा नाटिका प्रस्तुत की।
कार्यक्रम को श्री हरगोविंद दुबे, श्री साकार नाथ दुबे, श्रीमती आशा मौर्य ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर विशिष्ट उपलब्धि प्राप्त विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। शिक्षा के क्षेत्र में समर्पित भाव से कार्य करने वाले संस्था के शिक्षक राजीव दुबे, श्रीमती अनुराधा दुबे तथा शशि भूषण प्रसाद तथा श्री शिवचरण चौरे का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम का संचालन छात्रा शिवानी पटले ने तथा आभार प्रदर्शन श्री शिवचरण चौरे ने किया।