कटनी कलेक्टर अवि प्रसाद की संवेदनशीलता और सार्थक प्रयासों की वजह से सोमवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय बिछड़े पिता- पुत्र के हृदयस्पर्शी मिलन, पिता के वात्सल भाव और घर के चिराग के प्रति उमड़े प्रेम का साक्षी बना।… और ये संभव हो पाया कलेक्टर श्री प्रसाद की कोशिशों से। जहां अपने खोए हुए बेटे को पाकर पिता जाकिर अली कलेक्टर श्री प्रसाद को कृतज्ञता के भाव के साथ शुक्रिया… कहते नहीं थक रहे थे। कलेक्ट्रेट में इमरान ने भावुक होकर कलेक्टर श्री प्रसाद से हांथ मिलाया तो कलेक्टर श्री प्रसाद ने आगे बढ़कर इमरान को आत्मीयता में अपने गले से लगा लिया। इस प्रकार कलेक्टर श्री प्रसाद ने इमरान को घर भेजने का अपना किया वादा भी पूरा किया।
*कलेक्टर की तारीफ*
अपने लाड़ले बेटे इमरान को बाहों में भरकर खुशी से गदगद जाकिर अली ने कहा -कलेक्टर साहब की तारीफ करने और शुक्रिया कहने के लिए मेरे पास…. लफ्ज नहीं हैं। खुदा …उनका.. मुस्तकबिल रोशन करें, ताकि वह हम जैसे परेशान और जरूरतमंदों की मदद करते रहें।
*इमरान की कलेक्टर से मुलाकात*
कलेक्टर अवि प्रसाद 1 जनवरी 2023 को आसरा बाल गृह पहुंच कर 8 बच्चों के जन्मदिन समारोह में शामिल हुए थे। उन्होंने बच्चों के साथ केक काटा, उन्हें उपहार दिया और बच्चों को लाड़ -दुलार किया। अन्य बच्चों की तरह ही कलेक्टर ने इमरान के सिर पर प्यार से ज्यों ही हाथ फेरा -त्यों ही इमरान ने कहा- मुझे अपने घर अम्मी-अब्बू के पास जाना है।
कलेक्टर ने इमरान से कहा जल्दी ही तुम्हें तुम्हारे घर भेज देंगे चिंता मत करो। यह कहने के बाद श्री प्रसाद पूरी शिद्दत से इमरान के परिजनों का पता लगाने के लिए बेचैन और व्यथित हो गए।
*आई दिक्कत…..*
इमरान एक स्पेशल चाइल्ड है, वह अपना गृह जिला गोंडा बता रहा था, इससे पतासाजी में काफी दिक्कत आ रही थी। लेकिन ई-गवर्नेंस की टीम ने हार नहीं मानी। होली के कोई दो दिन पहले करीब 9 घंटे की कड़ी मशक्कत और करीब 500 फिंगर प्रिंट की एडवांस सर्च से इमरान के पिता और घर का पता चला।
*कलेक्टर ने दी शाबाशी*
कलेक्टर श्री प्रसाद ने कड़ी मेहनत कर इमरान का घर ढूंढने के लिए जिला प्रबंधक ई-गवर्नेंस सौरभ नामदेव सहित पूरी टीम को शाबाशी दी है।
*…………खुश हुए कलेक्टर*
इमरान के पिता का पता चलने की जानकारी मिलते ही कलेक्टर श्री प्रसाद बेहद खुश हुए। उन्होंने तत्काल बाल कल्याण समिति के माध्यम से सभी वैधानिक प्रक्रिया पूरी कर इमरान को घर भेजने की औपचारिकता पूरी करने के निर्देश दिए। इसके बाद यहां से उत्तर प्रदेश के महिला एवं बाल विकास तथा बहराइच जिले के पुलिस थाना रुपईडीहा को सूचना दी गई। जहां से इमरान के कटनी में सकुशल होने की जानकारी पाते ही पूरा परिवार खुशी से झूम उठा।
*आसरा बाल गृह*
महिला एवं बाल विकास विभाग की सहायक संचालक वनश्री कुर्वेती ने बताया कि इमरान 12 अक्टूबर 2022 को कटनी रेलवे स्टेशन में मिला था। इसके बाद प्रक्रिया पूरी कर उसे आसरा बाल गृह में रखा गया था।
*बहराइच से हुआ था गुमशुदा*
इमरान के परिजनों ने उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के रुपईडीहा थाने में 18अक्टूबर2022को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी और अपने स्तर पर तलाश भी की। लेकिन इमरान का पता नहीं चला। मायूस होकर परिवार ने घर के चिराग के मिलने की उम्मीद छोड़ दी थी। लेकिन अचानक एक फोन कॉल ने उनकी उम्मीद जगा दी।
*दिया ट्रेन का टिकट*
पिता-पुत्र को बहराईच घर जाने के लिए कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश पर ट्रेन का टिकट भी कटवाया गया है।
*जाते समय भावुक हो उठा इमरान*
स्पेशल चाइल्ड इमरान ने भावुकता के साथ कृतज्ञता का भाव व्यक्त किया। वहीं 6 माह बाद अपने बालक से मिले जाकिर अली के चेहरे की खुशी देखते ही बनती थीं ।उल्लेखनीय है कि इमरान ने आसरा बाल गृह के अन्य बच्चों के साथ मिलकर कलेक्टर निवास में कलेक्टर और अन्य अधिकारियों के साथ होली का पर्व मनाया था। जिसका जिक्र इमरान ने अपने घर वापिस जाने के दौरान अपने पिता से भी किया।