गंज बासौदा से मुकेश चतुर्वेदी
यश के माता-पिता ने लगाई प्रशासन से गुहार बेतवा नदी के घाट पर निकालें कोई हल अब ना बुझे घर के चिराग
– पिछले दिनों 15 वर्षीय छात्र यश जैन बेतवा नदी के रिपटा घाट पर नहाते समय गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई थी गोताखोरों ने 24 घंटे के अंदर बड़ी मशक्कत के बाद यश को नदी से बाहर निकाला यश अपने परिवार का इकलौता चिराग होने से पूरा परिवार सदमे में है यश की मां फूट-फूट कर अपने बेटे को याद कर रही है तो पिता बार-बार तस्वीर देखकर आंसू नहीं रोक पा रहे हैं वही परिवार वालों का कहना है कि अब कोई ऐसी घटना यश के रूप में ना हो प्रशासन जल्द से जल्द नदी के निपटा घाट पर नहाने वाले लोगों पर निगरानी रखें और उन्हें रुके जिससे उनकी जान बचाया जा सके बता दे की बेतवा नदी के रिपटा घाट पर कई लोगों की जान जा चुकी है 1 साल में 7 घटनाओं में 8 लोग अपनी जान गवा चुके है
घगर्मी के मौसम और परीक्षाओं के बाद छुट्टी के दिन होने पर अधिकतर बच्चे बेतवा नदी के रिपटा घाट पर नहाने और तैहरने के लिए आए दिन जाते रहते हैं 15 वर्षीय यश भी 11वीं क्लास का लास्ट पेपर देकर अपने दोस्तों के साथ बेतवा नदी पर नहाने के लिए गया हुआ था यह तीनों दोस्त बेतवा नदी के निपटा घाट पर नहा रहे थे यश नदी के बीच बना शंकर जी का चबूतरा पर तैहरते हुए जाने का कहकर चला गया लेकिन बहुत देर तक यश नहीं निकला तो दोस्तों ने यश को बार-बार आवाज दी आवाज देने पर भी यश बाहर नहीं निकला दोस्तों ने यश के परिजनों को सूचना दी आनन-फानन में यश जैन के परिवार और देहात थाना पुलिस भी पहुंच गई और यश को गोताखोरों की मदद से तलाश की गई 24 घंटे के बाद यश को बाहर निकाला गया लेकिन यश इस दुनिया में नहीं था इकलौते चिराग की मौत के बाद परिवार के लोग सदमे में है मां फूट-फूटकर अपने बेटे को याद कर रही है पिता यश की तस्वीर देखकर आंखों से आंसू को रोक नहीं पा रहे हैं पढ़ाई में अब्बल रहने वाला यश की मॉ ने प्रशासन से रोते हुए गुहार लगाई है कि अब कोई यश नदी में ना डूबे घाट पर कोई उचित प्रबंध हो ताकि मेरे बेटे जैसा किसी और के बेटे के साथ ऐसा ना हो परिवार में गम का माहौल है सभी की आंखों में आंसू थे इतना ही नहीं यश को पढ़ाने वाले शिक्षक शैलेंद्र सक्सेना ने भी प्रशासन से रोते हुए गुहार लगाई बत बेतवा नदी के रिपटा घाट पर पिछले 1 साल में 7 घटनाओं में 8 लोगों की जान जा चुकी है जिससे प्रशासन को सबक लेना जरूरी है बेतवा नदी में लोगों के साथ हादसा ना हो सके