कलेक्टर अवि प्रसाद के सख्त रुख और निर्देश के बाद दर्ज कराई गई प्राथमिकी
कटनी ( 22 मार्च )- शासकीय उचित मूल्य दुकान धरवारा मे अनियमितता बरतने पर बुधवार को पुलिस थाना स्लीमनाबाद सेवा सहकारी समिति धरवारा के प्रबंधक रमेश कुमार पाण्डेय और विक्रेता योगेश पांडे के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है।
कलेक्टर अवि प्रसाद के निर्देश पर शासकीय उचित मूल्य दुकानों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। श्री प्रसाद ने अधिकारियों को स्पष्ट हिदायत दे रखा है, कि गरीबों के खाद्यान्न एवं राशन को खुर्द-बुर्द करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए। कलेक्टर के इसी निर्देश के बाद कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी पियूष कुमार शुक्ला और प्रमोद कुमार मिश्रा ने शासकीय उचित मूल्य दुकान धरवारा की जांच की थी।
कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी पीयूष कुमार शुक्ला को जांच के दौरान शासकीय उचित मूल्य दुकान धरवारा के विक्रेता योगेश पांडे और प्रबंधक रमेश कुमार पाण्डेय की सांठगांठ से कई अनियमितताओं का पता लगा। यहां विक्रेता के द्वारा पीओएस मशीन के अनुसार निर्धारित स्टॉक दुकान में न रखकर उसे खुर्द-बुर्द किया गया। जिसके कारण जांच में 74.13 क्विंटल गेहूं तथा 352.38 क्विंटल चावल कम पाया गया। इस प्रकार कम पाए गए गेहूं की बाजार भाव से कीमत 1 लाख 63 हजार 86 रुपए और कम पाए गए चावल की बाजार भाव से कीमत 7 लाख 75 हजार 236रुपये होती है। गेहूं और चावल दोनों की कीमत मिलाकर प्रबंधक एवं विक्रेता योगेश पांडे द्वारा 9 लाख 38 हजार 322 रुपए मूल्य का राशन खुर्द-बुर्द किया गया।
जांच के दौरान कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी श्री शुक्ला को शासकीय उचित मूल्य दुकान धरवारा से संबद्ध 537 हितग्राहियों मे से 483 हितग्राहियों को जनवरी 2023 तथा 91 हितग्राहियों को फरवरी 2023 का खाद्यान्न नहीं वितरित किया जाना पाया गया। साथ ही नियमित दुकान नहीं खोलने और बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद भी राशन प्रदान नहीं करने की जानकारी जांच में पता चली।
इसके अलावा विक्रेता योगेश पांडे द्वारा दुकान से संबद्ध हितग्राहियों में से केवल 23 प्रतिशत हितग्राहियों की ईकेवाईसी तथा 16 फ़ीसदी की ही मोबाइल सीडिंग की गई, जो अत्यंत कम है।
समिति प्रबंधक रमेश कुमार पांडे और विक्रेता योगेश पांडे की मिलीभगत से की गई इस अनियमितता पर एसडीएम बहोरीबंद के निर्देश पर बुधवार को पुलिस थाना स्लीमनाबाद में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के नियमों तथा आवश्यक वस्तु अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
इन सब लापरवाहियों के मद्देनजर पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई।