पन्ना जिले में रेलवे लाइन लोगों के लिए सपने की तरह है लंबे समय से रेल के आने का इंतजार पूरे जिले के लोग कर रहे हैं कुछ समय से निर्माण कार्य शुरू भी हुए लेकिन पहली बेमौसम बरसात में ही निर्माण कार्य की पोल खुल गई है और जो लोग अपनी सुविधा के लिए रेल का इंतजार कर रहे हैं वही काम इनके लिए असुविधा बन गया क्योंकि आज सकरिया से ककरहटी की ओर जाने वाला रास्ता बीते 4 घंटे से बंद है और लोग परेशान हो रहे हैं क्योंकि अंडर ब्रिज में थोड़ी सी बरसात में ही पानी भर गया कमर से ऊपर तक पानी होने के कारण चार पहिया वाहन नहीं निकल पा रहे हैं दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लगी हुई है लोग परेशान हैं कि आखिर कैसे इस बेमौसम बरसात में अपने गंतव्य तक पहुंचे…
सकरिया में जो अंडरब्रिज का निर्माण कार्य किया गया है उसके पानी निकासी का रास्ता नहीं बनाया गया दोनों और ऊंचाई है और अंडर ब्रिज में पानी निकलने का रास्ता नहीं मिल रहा लिहाजा पूरा अंडर ब्रिज पानी से भरा हुआ है और रास्ता बंद है कई चार पहिया वाहन चालक तो लंबे समय तक प्रबंधन और निर्माण एजेंसी का इंतजार करते रहे कि आखिर कोई सुनेगा और इस मार्ग को खोलने का प्रयास करेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ परेशान होकर अधिकांश चार पहिया वाहनों ने देवेंद्रनगर के रास्ते होकर ककरहटी का सफर किया स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्चे बुजुर्ग परेशान हो रहे हैं यहां कोई सुनने वाला नहीं हैं लंबे समय से इंतजार में खड़े लोग मायूस होकर 25 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर कर देवेंरनगर के रास्ते अपने गंतव्य की ओर गए जबकि चाहिए था कि निर्माण एजेंसी और रेलवे के ठेकेदार को इसकी जानकारी लगते ही पानी निकासी कर रास्ता खोला जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ और लोग परेशान होते रहे, समाचार लिखे जाने तक रास्ता चालू नहीं हो सका था…
वहीं स्थानीय निवासी गोरेलाल का कहना है कि जब पहली बारिश में ही इस तरह से परेशानी हो रही है तो भरी बरसात में क्या होगा पानी निकलने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है, कार चालक चंदन सिंह यादव ने बताया कि हमें पन्ना जाना है पर हम 3 घंटे से यहां इंतजार कर रहे हैं कि कोई पानी निकालने की व्यवस्था करेगा लेकिन नहीं की गई अब हम परेशान हैं वापस ककरहटी जा रहे इसके बाद देवेंद्रनगर होकर अतिरिक्त कई किलोमीटर की यात्रा कर पन्ना पहुंचेंगे इसी तरह पूरन सिंह ने भी बताया कि हम कई घंटे से फंसे हुए हैं हमें जरूरी काम के लिए पन्ना जाना था पर नहीं जा पा रहे अब वापस घर जा रहे हैं…
*मोटरसाइकिल के साइलेंसरों में भरा पानी और लोग पानी में गिरे..
कई यात्रियों ने अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए पानी में ही मोटरसाइकिल डाल दी जिससे कई मोटरसाइकिल सवार पानी में या तो गिर गए या उनके वाहनों में पानी घुस गया जिससे वह मोटरसाइकिल चालू नहीं हो सकी इस तरह जो रेलवे का निर्माण कार्य है वही स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है और सबसे बड़ी विडंबना तो यह है कि लोग परेशान होकर जाम में फंसे हैं और कोई कुछ करने को सक्रिय नहीं दिखे और कई यात्री छोटे-छोटे बच्चों को लेकर परेशान होते रहे
संवाददाता संतोष चौबे