रिपोर्टर हरिशंकर बेन
आशा, उषा कार्यकर्ता ने न्यायपूर्ण वेतन 10000/- दिये जाने की मांग एवं राज्य कर्मचारी का दर्जा दिये जाने को लेकर 14 मार्च 2023 से अनिश्चितकालीन हडताल जारी कर दी है । वही मांग पूरी न होने पर राजधानी भोपाल में 3 अप्रैल से भूख हड़ताल करने का ज्ञापन के माध्यम से एलान कर दिया है
आपको बता दे की कटनी जिले की रीठी समुदायक स्वस्थ्य केंद्र क्षेत्र की आशा कार्यकर्ताओं में अंजना दुबे ,गौरा प्रधान,रुकमणी बर्मन,बर्मन लक्ष्मी , कुशवाहा,रजनी यादव, अंजना जार्ज ,फूला बाई, माया बाई चौधरी, शमित्रा पटेल ,रजनी यादव, सावित्री बर्मन,सुषमा पटेल नीलम प्रीति चौरसिया , कमला चौधरी, साखिजी सोलकी, यशोदा चौरसिया, द्रोपती बाई आदि कार्यकर्ताओं ने रीठी बी एम ओ ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि मध्यप्रदेश की अधिकांश आशा कार्यकर्ताये केवल 2 हजार रूपये मासिक पर कार्य कर रही है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका नियमित काम एवं अनिवार्य सेवा होने के चलते अन्य राज्य सरकार वर्षों से आशा उषा कार्यकर्ता अपनी ओर से अतिरिक्त वेतन दे रही है। आन्ध्रप्रदेश में राज्य सरकार 8 हजार रूपये अपनी ओर से मिला कर आशाओं को अतिरिक्त वेतन दे रही है, लेकिन म.प्र. सरकार पिछले 16 वर्षों से आशा को कुछ भी नहीं दिया। प्रदेश सरकार ने जिन 7 कामों में राशि को दुगना करने के आदेश जारी किया है इसका भुगतान नहीं हो रहा है और अधिकाश आशाओं को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। अन्य राज्यों की तरह प्रदेश की आशाओं की भी मांग निश्चित वेतन में न्यायपूर्ण वृद्धि किये जाना है लेकिन इस न्यायपूर्ण मांग का निराकरण हेतु सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है, जो कि बेहद अन्यायपूर्ण है वर्तमान में देश के सभी केन्द्रीय श्रमिक संगठनों के द्वारा अकुशल श्रमिक के लिये न्यूनतम वेतन किये जाने की मांग कर रही है, जबकि मध्यप्रदेश की आशाये अभी भी 2हजार रुपये की मासिक इंसेटिव पर करने के लिए विवश है।
वही लगातार बढ़ती महंगाई के बावजूद प्रदेश की आशा एवं उषा कार्यकर्ता का काम न्यायपूर्ण वेतन / मानदेय दिये जाने की मांग के प्रति सरकार की अन्यायपूर्ण रवैया अभी भी जारी है। इस परिस्थिति में आशा उषा महिला संगठन मध्यप्रदेश द्वारा न्यायपूर्ण वेतन वृद्धि की मांग को लेकर इस विधानसभा के अन्तिम बजट सत्र के दौरान 14 मार्च 2023 को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को विवश है।
आशा, उषा महिला संगठन मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री से मांग करती है कि, अन्य राज्य की तरह प्रदेश में समस्त आशा उषा बहनों को निश्चित मानदेय 10 हजार दिए जाने की बात कही । वही अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते मांगे पूरी नहीं की गई तो 3 अप्रैल से प्रदेश स्तर पर भोपाल, नीलम पार्क, में मांगे पूरी होने तक भूख हड़ताल जारी रहेगी, जिसकी समस्त जवाबदारी शासन-प्रशासन की रहेगी।
एमपी न्यूज़ कास्ट संवाददाता हरिशंकर बेन